चार दिसंबर तक सभी मतदाताओं को प्रपत्र वितरण का लक्ष्य, जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम का किया उद्घाटन; एसआईआर से जुड़ी शिकायतों और जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर जारी
ब्यूरो रवि शंकर गुप्ता
सादिका पवित्र – प्रयागराज। – निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस अभियान के तहत मतदाता सूची को अद्यतन करने का काम तेजी से किया जा रहा है। मंगलवार को सोरांव और फाफामऊ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 14 लाख 89 हजार 414 प्रपत्र भेजे गए हैं। इन दोनों क्षेत्रों में 7 लाख 44 हजार 707 मतदाताओं के सापेक्ष दोगुने प्रपत्र उपलब्ध कराए गए हैं। वहीं प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में करीब चार लाख 10 हजार प्रपत्र मंगलवार शाम तक पहुंचाए जा सके।

निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि आयोग की ओर से 27 अक्तूबर को विशेष पुनरीक्षण का निर्देश जारी किया गया था, जिसके तहत 30 अक्तूबर को प्रपत्र उपलब्ध कराए गए। प्रारंभ में टेंडर प्रक्रिया में विलंब की आशंका के चलते चार नवंबर से कार्य शुरू कर पाना कठिन लग रहा था, लेकिन आयोग से अनुमति लेकर बिना टेंडर सीधे प्रपत्र डाउनलोड कर प्रकाशन की व्यवस्था की गई। सोमवार देर रात सोरांव, फाफामऊ और प्रतापपुर के प्रपत्र निर्वाचन कार्यालय पहुंचे तो तत्काल उनका वितरण प्रारंभ कर दिया गया।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को एसआईआर की निगरानी के लिए स्थापित कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा, राकेश श्रीवास्तव सहित निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी मौजूद रहे। कंट्रोल रूम संगम सभागार के ऊपरी तल पर स्थापित किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि चार दिसंबर तक प्रपत्र वितरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है, जिसके बाद मतदाताओं द्वारा प्रस्तुत संशोधन, विलोपन या नए नाम जोड़े जाने की प्रक्रिया की जाएगी। जिले में फिलहाल 47 लाख से अधिक मतदाता हैं, और एसआईआर की पूरी प्रक्रिया का कार्यक्रम पूर्व में ही जारी किया जा चुका है। आयोग के निर्देशानुसार 7 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
मतदाता अपनी किसी भी समस्या या जानकारी के लिए कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकते हैं।
टोल फ्री नंबर – 1950
टेलीफोन नंबर – 0532-2644024
यहां मतदाता यह भी पता कर सकते हैं कि बीएलओ ने उनसे संपर्क किया या नहीं, उन्हें कौन से दस्तावेज देने हैं, या मतदाता सूची के प्रारंभिक प्रकाशन के बाद किसी प्रकार की आपत्ति दर्ज करानी है तो कैसे करें। निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक मतदाता का नाम सही और अद्यतन सूची में शामिल हो सके।
