खासमांडा निवासी नीतू कुशवाहा ने पति, ससुर, सास और चचिया ससुर पर लगाया गंभीर आरोप; पुलिस ने मेडिकल कराकर मुकदमा दर्ज किया, जांच शुरू
सुरेश चंद्र मिश्रा
प्रयागराज (मांडा) | – मांडा थाना क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न और उत्पीड़न के गंभीर आरोपों से जुड़ा मामला सामने आया है। खासमांडा निवासी नीतू कुशवाहा ने अपने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने, मारपीट कर घर से निकालने और अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर पति अनिल कुमार कुशवाहा, ससुर कमलेश्वर प्रसाद कुशवाहा, सास इंद्रकली और चचिया ससुर राजेश्वरी प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
शादी में लाखों का दहेज देने के बाद भी की गई मांगें
नीतू की शादी 21 अप्रैल 2025 को कोरांव थाना क्षेत्र के कोसफरा गांव निवासी अनिल कुमार कुशवाहा से हुई थी। शादी के दौरान पीड़िता के पिता ने साढ़े छह लाख रुपये नकद, एक लाख रुपये ऑनलाइन, और सोना-चांदी, टीवी, फ्रिज, कूलर सहित लाखों का सामान उपहार में दिया था।
लेकिन ससुराल पहुंचने के बाद ससुरालियों ने खुद को ऊंची हैसियत का बताते हुए बुलेट मोटरसाइकिल और दो तोले सोने की चेन की अतिरिक्त मांग कर दी। जब नीतू ने मायके पक्ष को इसकी जानकारी दी, तो उन्होंने आर्थिक असमर्थता जताई। इसके बाद से ही पति अनिल उसे दूसरी शादी की धमकी देने लगा।
ससुर और चचिया ससुर पर अश्लील हरकत का आरोप
नीतू ने पुलिस को बताया कि 19 सितंबर 2025 की रात को उसका ससुर कमलेश्वर प्रसाद, जो कोरांव तहसील में कर्मचारी हैं, शराब के नशे में उसके कमरे में घुस आया और अश्लील हरकत करते हुए दबोचने की कोशिश की। नीतू ने साहस दिखाते हुए उन्हें धक्का देकर कमरे से बाहर निकाला और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
अगले दिन, उसके चचिया ससुर राजेश्वरी प्रसाद ने भी कमरे में घुसकर अशोभनीय हरकत की। जब उसने इसका विरोध किया तो सास इंद्रकली ने उसे “घर के लायक नहीं” कहकर दो दिनों तक बिना भोजन और पानी के कमरे में बंद रखा।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी –
पीड़िता की तहरीर पर मांडा पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और अश्लील हरकत से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने नीतू का मेडिकल परीक्षण कराया है और अब आरोपों की गहन जांच कर रही है।
समाज में बढ़ती दहेज प्रथा पर सवाल –
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शादी में लाखों रुपये और उपहार देने के बावजूद भी महिलाएं क्यों बनती हैं अत्याचार की शिकार। स्थानीय महिलाएं और समाजसेवी संगठनों ने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है।
