सरकारी ट्रामा सेंटर में एक मां अपने बेटे को पीठ पर लेकर इलाज के लिए भटकती रही. उपचार तो दूर, उन्हें यहां स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं हुआ.
संवाददाता आगरा. स्वास्थ्य मंत्री आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रहे हैं, लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी ने इन दावों पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. हाल ही में सरकारी ट्रामा सेंटर में एक मां अपने बेटे को पीठ पर लेकर इलाज के लिए भटकती रही. उपचार तो दूर, उन्हें यहां स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं हुआ।
अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि पिछले महीने आगरा कमिश्नर के दौरे के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ. शनिवार को हिमांयूपुर की महिला अपने बेटे सर्वेश के गंभीर चोट के साथ ट्रामा सेंटर लेकर आई थी. महिला को स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण बेटे को पीठ पर उठाकर ले जाना पड़ा. इस स्थिति में सवाल उठता है कि अधिकारी जब यह दावा करते हैं कि यहां हमेशा स्ट्रेचर और स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहते हैं तो उस समय वे कहां थे?
मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. नवीन जैन ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ट्रामा सेंटर में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा “कुछ लोग जानबूझकर बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. वायरल वीडियो में भी स्ट्रेचर दिख रहे हैं. फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी.”