संवाददाता लखनऊ: :- उत्तरप्रदेश ठाकुरगंज के बाबा हजारा बाग में सूदखोरों से परेशान प्रॉपर्टी डीलर ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली से उड़ा लिया. सुबह घर की पोर्टिको में खून से लथपथ शव मिला।
उनके माथे में गोली लगी थी. भांजे का आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर ने अपने एक परिचित को ब्याज पर 2.5 लाख रुपये दिलाए थे. गारंटी के तौर पर उन्होंने मकान के कागज सूदखोर के पास गिरवीं रखे थे.
रुपये वापसी के लिए सूदखोर मकान कब्जा कर लेने का दबाव बना रहे थे. उधर, पुलिस के मुताबिक प्रॉपर्टी डीलर ने बीमारी और कर्ज से तंग आकर यह कदम उठाया है।
बाबा हजारा बाग निवासी प्रॉपर्टी डीलर अब्दुल खालिक (65) की पत्नी की दो वर्ष पहले व बेटे अहमद की पांच वर्ष पहले बीमारी से मौत हो गई थी. उनकी बेटी नूरी कुछ दूरी पर स्थित अपनी ससुराल में रहती हैं.।
भांजे जुनैद ने बताया कि कुछ वर्ष से अब्दुल खालिक के साथ वह और उसके भाई खैरूल और साहिल रह रहे हैं. रात खाना खाने के बाद अब्दुल अपने कमरे में सोने चले गए थे. सुबह करीब आठ बजे उनकी पत्नी रूही चाय देने के लिए कमरे मे गई तो वह वहां नहीं थे. ढूंढ़ते हुए वह पोर्टिको में पहुंची तो अब्दुल फर्श पर पड़े थे. उनकी माथे पर गोली लगी हुई थी।
नहीं सुनी गोली की आवाज
अब्दुल खालिक ने खुद को गोली कब मारी यह स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस का कहना है कि जब गोली चली तो घर में कई लोग मौजूद थे पर गोली चलने की आवाज किसी ने नहीं सुनी।
केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के स्टोर रूम में सुबह संविदा पर तैनात आया का शव साड़ी के फंदे से लटकता मिला. ।
सुबह शिफ्ट चेंज होने पर साथी कर्मचारी ने शव लटकता देखा तो शोर मचाया. पड़ताल में परिवारिक कलह और बीमारी के कारण आया के परेशान होने की बात सामने आई है. ।
रात दस बजे आखिरी बार दिखी: आवास विकास कॉलोनी निवासी बिट्टन (55) केजीएमयू में आया थी. रात उनकी ड्यूटी मेडिसिन विभाग में थी. ।
रात दस बजे तक बिट्टन विभाग में ही थी. फिर किसी को नजर नहीं आई. सुबह 8. बजे बिट्टन का शव स्टोर रूम में फंदे पर मिला. बिट्टन के पति बरकत अली भी केजीएमयू में संविदा पर थे।