भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ग्राम पंचायत निगरी की चैन सिंह ठाकुर गौशाला
दो सप्ताह के बाद भी नही बन पाई जांच टीम
सिंगरौली। विकासखंड देवसर अंतर्गत ग्राम पंचायत निगरी चैन सिंह ठाकुर गौशाला भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है। सूत्रानुसार निगरी गौशाला में गौशाला परिसर मे पीसीसी निर्धारित मानक के अनुरूप मटेरियल का प्रयोग नहीं किया गया है। पीसीसी मे नाले की लाल मिट्टी वाली रेत का उपयोग किया गया तो वही सीमेंट भी मानक अनुसार प्रयोग नही किया गया,कार्य गुणवत्ता विहीन कराया गया। गौशाला व्यवस्था के नाम पर जम कर गडबडी किया गया है जिसका अनुमान लगापाना इतना सरल नहीं है, उच्च स्तरीय जांच होगी तो प्याज की छिलके की तरह परत दर परत घोटले की राज खुलती जाएगी।
गौशाला मे स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर दो लाख से अधिक का घोटाला तो वही मरम्मत के नाम पर लगभग लाखों रुपया का गडबड झाला हुआ है, सबसे बडा सवाल तो यहाँ उठता है की जब स्ट्रीट लाइट लगी ही नही तो मरम्मत किसका? अब सवाल यह भी है कि निगरी पंचायत मे व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार दिमक की तरह जड से चिपक गया फिर कैसे उभारेगा निगरी की विकास कार्य। स्वछ भारत मिशन के तहत सफाई तो हुई नही किन्तु सफाई के नाम पर राशि का आहरण कर लिया गया। सूत्रो की माने तो निगरी पंचायत सचिव जिला सीईओ के कारखास माने जाते है। यही वजह है की पिछले साल 2024 मे 15 अगस्त को सिंगरौली प्रभारी मंत्री के हाथो निगरी गौशाला मे उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रश्सत्रि पत्र भी जिला सीईओ के सौन्जय से दिलाया गया है।
दरअसल निगरी पंचायत लम्बे अर्से से भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ चुकी है किंतु आज तक कई बार समाचार खबरों के माध्यम से प्रकाशित हुई खबर पर जिला प्रशासन नजर अंदाज करते रहे नहीं की गई कोई कार्यवाही, आज विकास के नाम पर राशि का आहरण तो कर लिया गया लेकिन विकास अधर में लटका हुआ है, ऐसे ही जिले में अफसर रहेंगे तो भाजपा सरकार का किरकिरी तो होता ही रहेगा, किंतु विकास के नाम पर भी सून्य रहेगा,इतनी भ्रष्टाचार में जिला प्रशासन कुछ ठोस कदम उठाएगी या की फिर यूं ही भ्रष्टाचार का खेल चलता ही रहेगा।
