एटा पूर्व विधायक शिशुपालसिंह यादव बने फरिश्ता
13वर्ष पूर्व जाहरवीर दर्शन मे बिछडे पुत्र को माँ बाप से मिलाया।
तेरह वर्ष मे गौरव बना लकी।लकी के माता पिता भी बने लकी
एटा-पूर्व विधायक शिशुपाल सिंह यादव को 13वर्ष पूर्व खोये बेटा से माता पिता से मिलवाने पर बच्चे सहित माता पिता ही नहीं बल्कि अन्य सगे सम्बन्धियों ने झलकते आशुओं के साथ फरिस्ता बताया।कासगंज जनपद के थाना सोरों क्षेत्र के गांव मुनब्बर पुर गढिया निवासी रेखा देवी पत्नी रविन्दर सिंह 13वर्ष पूर्व जाहरवीर बाबा के दर्शन करने गयी थी उनके साथ रेखा का इकलौता बेटा चार वर्षीय गौरब भी था।वहां भीड मे गौरव माँ रेखा से विछड गया।रविन्दर ने गूगामेढी राजस्थान क ई दिनों तक तलाश किया लेकिन पता नहीं चला। रोते विलखते क ई वर्ष गुजर गये और बेटा मिलने की सारी उम्मीद खत्म हो गयी।लेकिन गौरव चार वर्ष की उमृ मे एक महात्मा के संरक्षक मे आगया बाबा ने लकी नाम रख दिया।महात्मा ने हरिद्वार आदि स्थानों पर घूमते घुमाते रिजोर थाना क्षेत्र के गांव रजकोट आ गया।जहां गुमशुदा की जानकारी होने पर पूर्व विधायक शिशुपाल सिंह यादव ने प्रयास कर उसके असली माता पिता को तलाश कर उनसे मिलवा दिया।लकी बने गौरव को असली माता पिता से मिलवाने मे बेदप्रकाश टिन्नी तथा राजेश यादव ने भी सहयोग किया।गौरब से लकी बने युवक के माता पिता भी लकी बन गये।
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