
एसडीओपी देवसर की अगुवाई में गठित टीम ने 10 दिन में एक हाईवा सहित 7 टैक्टरो को पकड़ा
सिंगरौली। देवसर अंचल में पिछले कई वर्षों से रेत माफिया बड़ी तेजी के साथ फल फूल रहे थे,देवसर क्षेत्र अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन के लिए कुख्यात हो गया था तो वही बड़ी घटना भी यहां के रेत व्यापारियों ने की, क्षेत्र के महानदी घाट सहुआर, चकुआर ,मजौना बसहा,जियावन, अवैध रेत का उत्खनन एवं परिवहन बड़ी तेजी के साथ आधा सैकड़ा ट्रैक्टरों से होता आया है, और कई बार पुलिस व खनिज एवं राजस्व विभाग ने संयुक्त रूप से कार्यवाही की लेकिन रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर लगाम नहीं लग सका, एसडीओपी डा.गायत्री तिवारी द्वारा अपने पदस्थापना दिन से ही लगातार अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन को रोकने हेतु प्रयासरत थी इसी का नतीजा है कि पिछले 10 दिन में एक हाईवा सहित सात ट्रैक्टरों के ऊपर कार्यवाही हो पाई है।
रेत माफियाओं में भय का माहौल
जहां क्षेत्र में रात 10:00 बजते ही अवैध रेत से लोड ट्रैक्टर एवं हाईवा सड़कों में धमा चौकड़ी मचाने लगते थे, तो वही पुलिस प्रशासन के ताबड़तोड़ कार्यवाही से पिछले 15 दिनों से अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन में काफी कमी देखने को मिली है, तो वही रेत माफियाओं के अंदर भय का माहौल भी है।
थाने में कई वर्षो से जमे मुखवीरों के कारण बड़े मगरमच्छों पर नहीं हो पा रही कार्यवाही
एसडीओपी श्रीमती गायत्री तिवारी द्वारा लगातार रेत माफिया के ऊपर तो कार्यवाही की जा रही है तो वही लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं भी है कि रेत के अवैध धंधों में जुड़े सिर्फ छोटी मछलियों के ऊपर ही कार्यवाही हो पाई है वही बड़े मगरमच्छ कार्यवाही से अछूते हैं इसके पीछे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग में ही कई कर्मचारी ऐसे हैं जो अधिकारियों की गतिविधि को रेत माफियाओं तक सांझा कर देते हैं इसके अलावा माफिया और उनके किराए के टट्टू मेंनरोड सहुआर मोड तथा थाने के सामने बैठकर पुलिस की रैकी करते हैं जिससे उनके ट्रैक्टर एवं हाईवा और जेसीबी को प्रशासन नहीं पकड़ पा रहा । यदि बडे मगरमच्छों को पकड़ना है तो सहुआर मोड और थाने के सामने सुबह से शाम तक जमे रहने वाले आवारा किस्म के लोगों को पकड़ कर थाने में बैठाना होगा तब रेत चोरी पर पूर्णत: विराम लग पाएगा।