
सिंगरौली/सोनभद्र। जिले में स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के विभिन्न कोयला परियोजनाओं जैसे अमलोरी, निगाही, जयंत, गोरबी, झिंगुरदह, खड़िया, बिना और दुधीचुआ में आज विभिन्न श्रमिक संगठनों के आह्वान पर एक दिवसीय हड़ताल की गई। इस हड़ताल का असर व्यापक रूप से देखा गया और इससे एनसीएल सहित सरकार को नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
हड़ताल का मुख्य कारण कोयला क्षेत्र में बढ़ता निजीकरण और नए लेबर कोड के प्रावधानों के खिलाफ विरोध रहा। श्रमिक संगठनों का कहना है कि ये नीतियाँ मजदूर विरोधी हैं और इससे उनके अधिकारों का हनन हो रहा है।
हड़ताल के चलते एनसीएल के कोयले की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिसका असर एनटीपीसी के पावर प्लांट सहित कई निजी परियोजनाओं पर भी पड़ने की संभावना है। इससे न केवल बिजली उत्पादन में गिरावट आ सकती है, बल्कि ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला भी बाधित हो सकती है। श्रमिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वे भविष्य में बड़े आंदोलन की राह अपना सकते हैं।