
भूमि स्वामी की सहमति बिना पट्टे की ज़मीन में बनवा दी गई सड़क, कलेक्टर व कमिश्नर से हुई शिकायत
सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली पर एक गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि निगम अधिकारियों, वार्ड पार्षद व ठेकेदार ने मिलकर भूमि स्वामी की अनुमति के बिना उसकी निजी जमीन पर सड़क का निर्माण करा दिया। पीड़ित ने इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर और संभागायुक्त से शिकायत दर्ज कराई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला वार्ड क्रमांक 44 अंतर्गत तेलाई क्षेत्र का है। यहां दलसिंगार राम शर्मा पिता उदयभा शर्मा की खसरा नंबर 59, रकवा 0.0200 हेक्टेयर भूमि मौजूद है।
पीड़ित का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों और स्थानीय वार्ड पार्षद ने उसकी सहमति के बिना उक्त पट्टे की जमीन पर रातों-रात सड़क बनवा दी। यह निर्माण कार्य ठेकेदार मेवालाल साहू के द्वारा कराया गया है। दलसिंगार राम शर्मा का कहना है कि उन्होंने अपनी जमीन पर सड़क निर्माण के लिए पहले ही मना कर दिया था। इसी कारण करीब चार महीने तक सड़क निर्माण रुका भी रहा। लेकिन निगम अधिकारियों और वार्ड पार्षद द्वारा ठेकेदार का बिल पास कराने की जल्दबाजी में आखिरकार रातों-रात उसकी जमीन पर सड़क बनवा दी गई।
पीड़ित का आरोप है कि नगर निगम अधिकारियों ने उनकी जमीन को पूरी तरह नज़रअंदाज़ करते हुए जबरन सड़क का निर्माण कराया। अब इस मामले में न्याय की उम्मीद में वह लगातार प्रशासनिक दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि यदि प्रशासन इस पर उचित कार्रवाई नहीं करता तो वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को विवश होंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला गंभीर है, क्योंकि नगर निगम और वार्ड पार्षद द्वारा यदि भूमि स्वामी की अनुमति के बिना ऐसे कार्य किए जाएंगे तो इससे नागरिकों के बीच विश्वास की कमी होगी। नियम और कानून की अनदेखी कर यदि विकास कार्य किए जाएंगे तो यह सीधे-सीधे भ्रष्टाचार और मनमानी को दर्शाता है।
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर जिला कलेक्टर और कमिश्नर स्तर से जांच की मांग की गई है। यदि जांच निष्पक्ष रूप से होती है तो संभव है कि इस मामले में निगम अधिकारियों, ठेकेदार और संबंधित पार्षद पर भी कार्रवाई हो सकती है।