सिंगरौली में “तालिबानी सजा” वीडियो पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, चार आरोपी गिरफ्तार
सिंगरौली। जिले में सोशल मीडिया पर वायरल हुए “तालिबानी सजा” वीडियो मामले में माड़ा पुलिस ने त्वरित और कड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग एक युवक को बंधक बनाकर उसकी बेरहमी से पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे थे। बताया जा रहा है कि यह युवक मोबाइल चोरी के आरोप में पकड़ा गया था, और आरोपियों ने कानून अपने हाथ में लेकर उसे “तालिबानी अंदाज़” में सजा दी थी जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सिंगरौली पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर माड़ा थाना प्रभारी ने जांच शुरू की। वीडियो का गहराई से विश्लेषण किया गया, और तकनीकी जांच के साथ स्थानीय मुखबिरों की मदद से आरोपियों की पहचान की गई। कुछ ही घंटों की पड़ताल के बाद पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया इस मामले में एसडीओपी सिंगरौली गौरव पाण्डेय ने बताया कि वायरल वीडियो में युवक के साथ की गई मारपीट की घटना गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। “कानून किसी को यह अधिकार नहीं देता कि वह खुद सजा दे या किसी को बंधक बनाकर पीटे। यह सीधा कानून व्यवस्था को चुनौती देने जैसा है,” उन्होंने कहा।
गौरव पाण्डेय ने आगे बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें मारपीट, अपहरण, धमकी और अवैध बंधक बनाना जैसी गंभीर धाराएँ शामिल हैं। साथ ही पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में जिले में कोई भी व्यक्ति इस तरह की हरकत करेगा या सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो फैलाएगा, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जिले में कानून से ऊपर कोई नहीं है, और “तालिबानी सजा” जैसी घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही आम जनता से अपील की गई है कि किसी अपराध के संदेह में खुद कार्रवाई करने की बजाय तुरंत पुलिस को सूचना दें ताकि विधिक प्रक्रिया के तहत उचित कदम उठाया जा सके इस कार्रवाई से यह साफ संकेत गया है कि सिंगरौली पुलिस अब किसी भी किस्म की अराजकता या कानून हाथ में लेने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है यह मामला न केवल जिले में कानून व्यवस्था की सख्ती को दर्शाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि सोशल मीडिया पर वायरल “तालिबानी सजा” या भीड़ न्याय जैसी प्रवृत्तियों के खिलाफ पुलिस अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।
