सिंगरौली मध्य प्रदेश
विगत दिनों मोरवा में एक पार्टी आयोजित की गई जिसमे हर पार्टी के पार्षद समलित हुए, उक्त पार्टी में कुल 38 पार्षद समलित हुए जिसमे करीब 13 पार्षद भाजपा के थे उक्त बैठक को संगठन के सामने पार्टी में सम्लित होने वाले पार्षद भले सामान्य बता रहे हो लेकिन वो सामान्य भोज नहीं था, निगम के आयुक्त व कुछ चुनिंदा अधिकारियों के मनमानी व बदजुबानी से परेशान होकर पार्षद अपनी लड़ाई स्वयं लड़ने की योजना बनाई है, जो आगामी परिषद के बैठकों में देखने को मिलेगा,भाजपा जिला अध्यक्ष ने एक-एक पार्षदों को गंभीरता से सुना और निगम अध्यक्ष को भी समझाया आप की कुर्सी पार्षदों पर टिकी है, आप पार्षदों के राय के साथ काम करें,
जब-जब पार्षदों ने आयुक्त की घेरा बंदी की तब-तब आयुक्त के लिए दीवार बनकर खड़े हुए अध्यक्ष,
पार्षदों की नाराजगी निगम अध्यक्ष के प्रति इस लिए बढ़ी क्यूँकि पार्षदों ने निगम आयुक्त या निगम के अधिकारियों के ख़िलाफ़ उनके क्रियाकलापों के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला तब-तब निगम अध्यक्ष कभी सरकार के इज्जत के बहाने जिला अध्यक्ष को सामने खड़ा कर पार्षदों का प्रदर्शन बिफल किया तो सदन में पार्षदों के आक्रोश को मेयर के तरफ मोड़कर आयुक्त को बचाया, कभी आयुक्त के शिकायत के बहाने पार्षदों को कलेक्टर दरबार में ले गए लेकिन आयुक्त में कोई सुधार नहीं,
अध्यक्ष जी अगर आयुक्त को बचाने आप खड़े हुए तो आप की कुर्सी हिलनी निश्चित है.. ?
नाम न लिखने के शर्त पर कुछ पार्षदों ने बताया अगर आयुक्त के ख़िलाफ़ किसी भी विरोध प्रदर्श में आयुक्त को बचाने अध्यक्ष सामने आये या हम लोगों के साथ खड़े नहीं हुए तो हम लोग 15 अगस्त के पहले झंडा ध्वजारोहण कर देंगे, आगे निर्णय अध्यक्ष को निर्णय लेना है,