बीते दिन गढ़वा थाना अंतर्गत रेत माफियाओ ने रेत नाके पर जमकर तोड़फोड़ की
सिंगरौली। चितरंगी तहसील के गढ़वा थाना क्षेत्र के तहत झरकटा में माइनिंग कार्पोरेशन के रेत नाके पर कुछ तत्वों ने धावा बोला और जमकर तोड़फोड़ करते हुए नाके को आग के हवाले कर दिया। घटना पांच दिन पुरानी बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आसपास के क्षेत्र से बड़े पैमाने पर रेत की चोरी की जा रही थी। रेत चोरी पर लगाम लगाने के लिए रेत संविदाकार द्वारा झरकटा रेत नाके पर निगरानी शुरू की गई थी, जो रेत के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को पसंद नहीं आई और उन्होंने रेत नाके पर धावा बोल दिया। वहां तैनात कर्मियों को मारपीट कर भगा दिया और नाके को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि नाके में विवाद करने वाले लोग वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी निकालकर साथ ले गये हैं।
सफेदपोश का मिल रहा संरक्षण
नाके पर तैनात रहे मारपीट का शिकार हुए रेत कर्मचारियों का कहना है कि चितरंगी, गढ़वा क्षेत्र में सत्तापक्ष के जुड़े लोगों का संरक्षण अवैध रूप से रेत का काम करने वाले लोगों को मिला हुआ है। यही वजह है कि पुलिस, खनिज और प्रशासन के द्वारा भी कार्रवाई नहीं की जाती है। रेत नाके में हुए विवाद में दोनों पक्षों से लोग घायल हुए थे लेकिन पुलिस द्वारा सत्ता पक्ष के दबाव में एक ही पक्ष की रिपोर्ट लिखी है। घायल रेत कर्मियों की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है।
जगह-जगह हो रहा अवैध उत्खनन
गढ़वा क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर नदी-नालों से रेत की चोरी की जा रही है। रेत चोरी पर रोक न लगाए जाने से शासन को हर महीने लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जो लोग क्षेत्र में रेत का अवैध कारोबार कर रहे है, उनकी इतनी दहशत कि वहां के स्थानीय लोगों को भी जरूरत पड़ने पर रेत नहीं मिलती है। रेत नाके पर तोड़फोड़ करने और मारपीट करने के मामले में गढ़वा थाना प्रभारी विद्यावारिधि तिवारी का कहना है कि कुछ दिन पहले विवाद हुआ था। एक पक्ष की शिकायत पर कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
