
खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई: रेत, गिट्टी और बोल्डर का अवैध परिवहन करते 5 वाहन जब्त
सिंगरौली। जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कलेक्टर सिंगरौली गौरव बैनल के निर्देशानुसार खनिज अधिकारी सुश्री आकांक्षा पटेल के मार्गदर्शन में सहायक खनिज अधिकारी रामसुशील चौरसिया के द्वारा लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में रविवार 12 अक्टूबर को खनिज विभाग की टीम ने जिले के विभिन्न क्षेत्र में जांच अभियान चलाकर एक डम्फर सहित चार ट्रैक्टर को अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा। इस कार्रवाई में खनिज विभाग ने अवैध खनिज परिवहन में प्रयुक्त वाहनों को मौके पर ही जप्त कर लिया और संबंधित नियमों के अंतर्गत आगे की कार्रवाई शुरू की।
मिली जानकारी बताया गया कि सहायक खनिज अधिकारी रामसुशील चौरसिया के द्वारा आज दिनांक 12.10.2025 को अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण के जांच के दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गिट्टी, बोल्डर एवं रेत के अवैध उत्खनन/परिवहन करते पाए जाने पर कुल 05 वाहन (डंफर क्र. MP53GA1799, ट्रैक्टर क्र. MP66A3680, MP66ZA8068, ट्रैक्टर स्वराज बिना नंबर का, ट्रैक्टर पावर ट्रैक बिना नंबर का) को जप्त कर पुलिस कोतवाली बैढ़न, पुलिस थाना विंध्यनगर एवं पुलिस चौकी जयंत मैं सुरक्षार्थ खड़ा कराया गया है। वाहनों में खनिज नियमों के तहत अग्रिम कार्रवाई की जावेगी।
कड़ी निगरानी में खनिज क्षेत्र
सिंगरौली जिला खनिज संसाधनों की दृष्टि से समृद्ध है, लेकिन कुछ लोग इसके दुरुपयोग में संलग्न होकर सरकारी राजस्व को क्षति पहुँचा रहे हैं। ऐसे तत्वों के खिलाफ अब प्रशासन पूरी तरह से सख्त रुख अपनाए हुए है। जिला प्रशासन और खनिज विभाग की संयुक्त टीम द्वारा लगातार निरीक्षण, निगरानी और कार्रवाई की जा रही है, ताकि अवैध गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाया जा सके।
विधिक प्रावधानों के तहत कठोर कार्रवाई
खनिज अधिकारी ने बताया कि जिन वाहनों को जप्त किया गया है, वे बिना वैध रॉयल्टी पर्ची और खनिज परिवहन की अनुमति के गिट्टी और रेत का परिवहन कर रहे थे। इन वाहनों से संबंधित चालकों और मालिकों पर एमएमडीआर एक्ट के तहत जुर्माना लगाते हुए तत्काल जुर्माना वसूल किया गया, जिससे शासन को राजस्व की प्राप्ति हुई है।
प्रशासन का सख्त संदेश
जिला प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि अवैध खनन से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके लिए विभागीय निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। ड्रोन सर्वे, मोबाइल टीम, सतत पेट्रोलिंग जैसी तकनीकी और भौतिक उपायों का सहारा लेकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खनिज सम्पदा का संरक्षण हो और अवैध उत्खनन से राजस्व हानि को रोका जा सके। स्थानीय जनता की सराहना इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय जनता में प्रशासन के प्रति संतोष और विश्वास का माहौल है। आम नागरिकों का मानना है कि खनिज विभाग की यह सख्ती लंबे समय से चली आ रही अवैध खनन माफियाओं की मनमानी पर अंकुश लगाएगी और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित होगी।