मध्यप्रदेश के हर गांव तक पक्की रोड बनाने की कवायद की जा रही है। एमपी में 1800 करोड़ में बनेंगी 1100 किमी लंबी सड़कें, हर गांव तक जाएगी पक्की रोड
ब्यूरो रिपोर्ट
मध्यप्रदेश / भोपाल :-
जनजातीय कार्य मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश जनजाति में चिन्हित 1800 करोड रुपए स्वीकृत किए हैं
मोहन यादव सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस परियोजना को जनजातीय विकास का आधार बताया है। उनके नेतृत्व में सरकार ने सड़क निर्माण के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है। मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि यह परियोजना ग्रामीणों के जीवन को बदल देगी। सरकार का लक्ष्य है कि हर गांव तक पक्की सड़क पहुंचे, ताकि कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता न रहे। यह पहल मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मध्य प्रदेश में ग्रामीण विकास को नई रफ्तार देने के लिए मोहन यादव सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पीएम जनमन योजना के तहत 1800 करोड़ रुपये की लागत से 1295 जनजातीय बसाहट क्षेत्रों में 1100 किमी पक्की सड़कें बनाई जाएंगी। यह परियोजना हर गांव को सड़क से जोड़ने का सपना साकार करेगी, खासकर बालाघाट और मंडला जैसे जिलों में। इस पहल से जनजातीय समुदायों का जीवन स्तर सुधरेगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। आइए, इस परियोजना की खासियतें जानते हैं।
हर गांव तक पक्की सड़क
मंत्री डॉ. विजय शाह के अनुसार प्रदेश के हर गांव तक पक्की सड़क बनाने का लक्ष्य है। इसके अंतर्गत 110.29 किमी सड़कें बनाई भी जा चुकी हैं।
मंत्री डॉ. विजय शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा देश भर में जनजातीय लोगों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए काम किया जा रहा है। इसके अंतर्गत सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी और पक्की छत उपलब्ध करवाने के लिए कार्य योजना बनाई गईं हैं।
केंद्र सरकार इन योजनाओं के लिए त्रैमासिक स्तर पर राशि स्वीकृत कर रही है। डॉ. विजय शाह ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से प्रदेश में 471 जनजातीय बसाहट इलाकों में 1097.29 किमी सड़कों के लिए 833.98 करोड़ रूपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। 630 इलाकों में 1187 किमी लंबी सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। इसके अलावा 194 इलाकों में भी प्रस्ताव बनाए गए हैं।
आर्थिक विकास को मिलेगा बल
1800 करोड़ की इस परियोजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी। पक्की सड़कें बनने से किसान अपनी उपज को आसानी से बाजार तक पहुंचा सकेंगे, जिससे उनकी आय बढ़ेगी। साथ ही, छोटे व्यवसायों और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। मंडला और बालाघाट जैसे क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी, क्योंकि बेहतर सड़कें पर्यटकों को आकर्षित करेंगी। यह परियोजना रोजगार सृजन में भी मदद करेगी।