एनसीएल निगाही परियोजना में फिर लापरवाही, करोड़ों का डोजर पानी में डूबा
एक माह में दूसरी बड़ी चूक, प्रबंधन की सेफ्टी पर उठे सवाल
सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की निगाही परियोजना को एक बार फिर लाखों रुपए का झटका लगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 26 अक्टूबर 2025 को निगाही परियोजना के बेस्ट क्षेत्र स्थित तुर्रा फेस पर दोपहर करीब 3:45 बजे करोड़ों की कीमत वाला डोजर मशीन (क्रमांक 30586) पानी में डूब गया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में डोजर का इंजन और ट्रांसमिशन बुरी तरह से खराब हो गया, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
एक माह में दूसरी बड़ी चूक, सेफ्टी टॉक पर उठे सवाल?
गौरतलब है कि एक माह पूर्व भी इसी परियोजना क्षेत्र में एक अन्य डोजर मशीन पानी में डूब चुकी थी, जिसकी मरम्मत का कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। अभी वह मशीन तैयार भी नहीं हुई थी कि एक और महंगी मशीन हादसे का शिकार हो गई। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं ने एनसीएल प्रबंधन की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एनसीएल को लाखों का नुकसान, जिम्मेदारों पर गिरी गाज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, परियोजना अधिकारी (पीओ) सी.पी. सिंह ने बताया कि इस मामले से जुड़े लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, डोजर को बाहर निकालने में एनसीएल टीम को कई घंटे की मशक्कत करनी पड़ी, जिससे समय और संसाधनों की भी बर्बादी हुई।
सेफ्टी टॉक पर उठे सवाल
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि हर क्षेत्र में रोज़ सेफ्टी टॉक आयोजित की जाती है, लेकिन ये सिर्फ दिखावे तक सीमित हैं। लगातार हो रहे हादसे इस बात का प्रमाण हैं कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी से एनसीएल को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब सवाल यह उठता है-आख़िर इन चूकों का जिम्मेदार कौन?
इनका कहना है।
जब इस मांमले को लेकर निगाही परियोजना के एसओपी गौरव बाजपेयी से बात की गयी तो उन्होंने साफ मना कर दिया इस मामले की हमें कोई जानकारी नहीं है। और फिर कॉल कट कर दिया गया।
