
मध्य प्रदेश सिंगरौली।
रेडक्रॉस द्वारा संचालित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र द्वारा चयनित लाभार्थी हुए लाभान्वित
एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली में आज एक उल्लेखनीय नैगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के अंतर्गत पांच अस्थिबाधित दिव्यांगजनों को ई-रिक्शा प्रदान किए गए। इस सराहनीय पहल का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना तथा उन्हें सम्मानजनक आजीविका उपलब्ध कराना जिससे उनका जीवकोपार्जन हो सके । यह पहल कृति महिला मंडल, एनसीएल सिंगरौली के सौजन्य से संपन्न हुआ ।
ई-रिक्शा प्राप्त करने वाले सभी लाभार्थियों का चयन इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (DDRC), सिंगरौली द्वारा किया गया। इनमें से तीन दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग भी DDRC द्वारा प्रदान किए गए हैं, जो कि उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी सिंगरौली के चेयरमैन एस. डी. सिंह द्वारा दिव्यांगजनों के समग्र विकास एवं पुनर्वास हेतु समय-समय पर दिशा-निर्देश दिए जाते रहे हैं। संस्था के सचिव डॉ. डी. के. मिश्रा ने भी दिव्यांगजनों को स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में सक्रिय प्रयासों का आह्वान किया था। यह समर्पित प्रयास आज मूर्तरूप में सामने आया।
इस कार्यक्रम में एनसीएल सीएसआर प्रमुख राजीव रंजन की विशेष भूमिका रही, जिनकी संवेदनशीलता एवं तत्परता के कारण यह कार्य अत्यंत सहजता से संपन्न हो सका। उन्होंने दिव्यांगजनों के प्रति गहरी सहानुभूति प्रकट करते हुए इस प्रकार की पहल को निरंतर जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
सिंगरौली जिले के कलेक्टर एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी सिंगरौली के अध्यक्ष चन्द्रशेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में जिले में दिव्यांगजनों के समग्र पुनर्वास की दिशा में सकारात्मक एवं ठोस प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उपस्थित सभी अधिकारियों ने दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
यह पहल न केवल दिव्यांगजनों के जीवन में नवचेतना का संचार करेगी, बल्कि समाज को भी यह संदेश देगी कि यदि संकल्प और सहयोग हो, तो हर चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है।