एक दशक से बन रहे सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे का काम रुका, दूसरी बार ठेका हुआ रद्द
मध्य प्रदेश , सिंगरौली।
सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे-75 का निर्माण कार्य एक बार फिर रुक गया है। एमपीआरडीसी के मुख्य अभियंता ने टीबीसीएल कंपनी का ठेका रद्द कर दिया है। कंपनी धीमी गति से काम कर रही थी। यह प्रोजेक्ट 2012-13 में शुरू हुआ था। शिवराज सिंह चौहान ने देवसर में इसकी आधारशिला रखी थी। पहले गैमन इंडिया को तीन साल में सड़क बनाने का काम मिला था। प्रोजेक्ट की लागत 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। गैमन इंडिया ने 8 साल में भी सिर्फ 30-35% काम पूरा किया। इसलिए 2020-21 में उसका ठेका रद्द कर दिया गया। फिर दूसरा टेंडर निकला। 331.16 करोड़ रुपए का यह ठेका टीबीसीएल कंपनी को मिला। कंपनी को 18 महीने में यानी 4 अप्रैल 2023 तक काम पूरा करना था, लेकिन कंपनी ने 36 महीने का समय ले लिया। इसके बाद भी काम पूरा नहीं हुआ।
विपक्ष लगातार सरकार और एमपीआरडीसी पर सवाल उठा रहा था। अब एमपीआरडीसी बारिश के मौसम तक जरूरी मरम्मत का काम कराएगी। साथ ही नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब सड़क के पूरा होने में करीब एक से डेढ़ साल और लग सकते हैं। सिंगरौली एमपीआरडीसी के सहायक प्रबंधक
समीर गौहर के मुताबिक, सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे के धीमी कार्य प्रगति एवं निर्धारित समय सीमा में पूर्ण न करने के कारण मुख्यालय मुख्य अभियंता एमपीआरडीसी भोपाल के द्वारा निरस्त कर दिया गया है और ठेका निविदा का कार्य प्रचलन में है। बारिश के दिनों में सड़क मरम्मत का कार्य एमपीआरडीसी कराएगा।