
मंझनपुर, कौशांबी :- मंझनपुर स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर पर कथित अतिक्रमण के मामले ने मंगलवार को तूल पकड़ लिया, जब विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने मंदिर परिसर में हुए अवैध निर्माण के विरोध में प्रदर्शन किया। विहिप के अनुसार, उक्त मंदिर पर स्थानीय अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े कुछ लोगों द्वारा ‘बारजा’ (छज्जा) निकालकर अतिक्रमण किया गया था।
सूचना मिलते ही विहिप के जिलाध्यक्ष अवधेश नारायण शुक्ला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और तत्काल कार्रवाई की मांग की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह, एसडीएम अजेंद्र सिंह, तहसीलदार सिद्धांत नायक, निरीक्षक संजय तिवारी समेत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद अतिक्रमण को हटवाते हुए दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर विहिप के जिलाध्यक्ष अवधेश नारायण शुक्ला ने कहा, “यह सिर्फ मंदिर पर अतिक्रमण नहीं, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता का भी प्रमाण है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो विहिप पुनः सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी।”
वहीं जिला सह मंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने कहा, “जिले में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो चिंताजनक है। प्रशासन को निष्पक्षता और तत्परता से कार्य करना चाहिए।”
प्रदर्शन में विहिप के अन्य प्रमुख कार्यकर्ता रुपेंद्र शर्मा, पुष्पेंद्र पांडेय, वीरेंद्र दिवाकर, सर्वेश पटेल, दीपक मौर्य, भुवनेश्वर, हनुमान, पंकज, राजाराम सरोज, विशुन केशवानी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।