3 नदियों के तांडव के कारण सैंकड़ों लोग पलायन कर गए हैं
संवाददाता श्याम नंदन शुक्ला: सिद्धार्थनगर: जिले में बीते 45 दिनों में तीसरी बार बाढ़ आने से लोगों का जीवन संकट में आ गया है. वे बड़ी मुश्किल में हैं और गुजर-बसर करना ही भारी पड़ गया है. दरअसल, 3 नदियों के तांडव के कारण सैंकड़ों लोग पलायन कर गए हैं. सिद्धार्थनगर जिले की पांच नदियों में से तीन नदियां बूढी राप्ति, घोंघी और कूड़ा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि इसकी वजह से कई रास्तों पर आवागमन बाधित हो गया है. शोहरतगढ़ तहसील के कई गांवों में बूढ़ी राप्ती, राप्ती नदी ने तांडव मचाया हुआ है. जिला प्रशासन ने अभी तक प्रभावित गांवों में नाव तक की व्यवस्था नहीं की है. इसकी वजह से लोगों को जान-जोखिम में डालकर बाढ़ की तेज धार से गुजर कर अपनी रोजमर्रा की चीजों को पूरा करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि हमें तत्काल सहायता की जरूरत है, लेकिन सरकार और प्रशासन हमारी सुध नहीं ले रहा है. इस बाढ़ ने हमारा सबकुछ छीन लिया है. अब हम किसके पास जाएं. घरों और खेतों में पानी भर चुका है. हर जगह पानी है, हमें खाने-पीने तक की दिक्कत हो रही है।
सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद, बाढ़ से प्रभावित इलाके में सरकारी सहायता का इंतजार
जिले में दर्जनों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. शोहरतगढ़ तहसील के मुजहना, गजहड़ा, लेदवा, महथा, रामगढ़ प्रतापपुर ओरहवा, रामगढ़,नौडिहवा, तुलसियापुर, कठेला समेत अन्य गांव प्रभावित है. सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ तहसील और नौगढ़ तहसील के कई गांव में सड़कों पर पानी चलने के कारण आवागमन बंद हो चुका है. ज्यादातर स्थानों पर अभी तक प्रशासन ने नाव उपलब्ध नहीं कराई है. जिले में अब तक आपदा प्रबंधन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी नहीं पहुंच पाई है।
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