प्रयागराज में युवती की सामाजिक प्रतिष्ठा से खेला आरोपी, फेसबुक-व्हाट्सएप पर फैलाए गलत संदेश; सगाई टूटने के बाद परिवार ने करेली थाने में की शिकायत, पुलिस जांच में जुटी
ब्यूरो रवि शंकर गुप्ता
सादिका पवित्र – प्रयागराज। – सोशल मीडिया के दुरुपयोग का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शिक्षिका को फेसबुक और व्हाट्सएप पर बदनाम करने के चलते उसकी सगाई टूट गई। आरोप है कि लखनऊ निवासी सैय्यद अली रिजवी नामक युवक ने युवती को पहले झांसे में लिया, फिर बातचीत बंद करने पर उसे आत्महत्या में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद उसने फेसबुक और व्हाट्सएप पर शिक्षिका के खिलाफ गलत संदेश फैलाकर उसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश की।
नैनी में करता था काम, रिश्ते को बनाया निशाना-
मिली जानकारी के अनुसार, जेके आशियाना कॉलोनी के पास रहने वाली शिक्षिका कौशांबी जिले के करारी स्थित एक निजी स्कूल में सहायक अध्यापिका है। कुछ माह पहले उसकी सगाई लखनऊ निवासी युवक से हुई थी और अगले माह निकाह तय था।

इसी बीच, नैनी में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत सैय्यद अली रिजवी उससे स्कूल आते-जाते बातचीत करने लगा। खुद को अस्वस्थ बताकर वह मदद मांगने के बहाने नजदीकियां बढ़ाने लगा।
शिक्षिका ने बात करने से किया इंकार, तो देने लगा धमकी-
जब शिक्षिका ने उसकी हरकतों पर रोक लगाई और बातचीत बंद कर दी, तो आरोपी ने आत्महत्या कर फंसाने की धमकी दी। परेशान होकर शिक्षिका ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, लेकिन सैय्यद यहीं नहीं रुका। उसने फेसबुक और व्हाट्सएप पर शिक्षिका से जुड़ी गलत पोस्ट और संदेश प्रसारित करने शुरू कर दिए।
फेसबुक पोस्ट से टूटी सगाई, परिवार हुआ परेशान-
आरोप है कि सैय्यद ने न सिर्फ स्कूल के अन्य शिक्षकों बल्कि युवती के मंगेतर और उसके परिवार तक ये संदेश भेजे, जिसके चलते सगाई टूट गई। शिक्षिका के भाई ने जब आरोपी को ऐसा करने से रोका, तो उसने जान से मारने की धमकी दी।
करेली थाने में केस दर्ज, पुलिस जुटी जांच में-
आखिरकार पीड़िता की अम्मी ने करेली थाने में आरोपी सैय्यद अली रिजवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
थाना करेली पुलिस के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और धमकी के आरोपों में कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।
सोशल मीडिया के दुरुपयोग और महिलाओं की ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़ा करता है। फेसबुक और व्हाट्सएप जैसी प्लेटफॉर्म्स पर अफवाह या बदनामी फैलाना न केवल कानूनन अपराध है बल्कि किसी की ज़िंदगी को तबाह कर देने जैसा अमानवीय कृत्य भी है।
