कोयला के साथ साथ अब सोना के लिए भी जाना जायेगा सिंगरौली, चकरिया गोल्ड ब्लॉक में जल्द शुरू होगा खनन
सिंगरौली। ऊर्जाधानी कहा जाने वाला सिंगरौली जिला अब सोना उगलने वाला है। प्रदेश की धरती से एक साल में सोना निकालने की शुरूआत हो जाएगी। इसके लिए गोल्ड ब्लॉक माइनिंग लीज एग्रीमेंट हो गया है। लीज लेने वाली कंपनियां एक साल के अंदर अपना पूरा सिस्टम इंस्टॉल कर लेंगी। फिर सोना निकालना शुरू कर देगी।
जिला खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल ने बताया कि चकरिया गोल्ड ब्लॉक के लिए एग्रीमेंट हो चुका है। कंपनी 5 साल तक यहां पर गोल्डमाइंस चलाएगी। इसके बाद यहां से कुल मिलाकर 18356 टन सोना निकलेगा। पिछले 1 साल से कंपनी ने यहां पर ड्रिलिंग करके सोने का रेशियो पता कर लिया है। चकरिया गोल्ड ब्लॉक 23.57 हैक्टेयर का है। इतने एरिया में लगभग 1 लाख 33 हजार 785 टन सोने के भंडार होने का अनुमान है।
इस खनन से न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि रिफाइनिंग, लॉजिस्टिक और संबंधित उद्योगों में निवेश भी आकर्षित होगा। साथ ही रिफाइनिंग, लॉजिस्टिक एवं विभिन्न सेवाओं जैसे संबद्ध उद्योगों में निवेश आकर्षित होगा और औद्योगिक ढांचे को मजबूती मिलेगी।
चार अन्य गोल्ड ब्लॉकों की हुई नीलामी
मध्य प्रदेश में स्वर्ण एवं सहायक खनिजों की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में अन्वेषण गतिविधियों को आगे बढ़ाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण खोज हुई हैं। कटनी और सिंगरौली के हालिया अन्वेषण ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। राज्य में अब तक 4 अन्य गोल्ड ब्लॉकों की नीलामी हो चुकी है। इनमें गुहर पहाड़, इमलिया, ईस्टर्न एक्सटेंशन ऑफ सोनकुरवा और अम्लीयवाह शामिल हैं। राज्य सरकार इनके संचालन के लिए लगातार निगरानी और सहयोग कर रही है।
