स्टेंट टाॅपर खुशी सिंह टीचर बनकर बच्चों के भविष्य को संवारने की करती थी बात यही कह कर रो – रो कर बुरा हाल परिजनों का
संवादाता (म.प्र.) रीवा :- रीवा जिले के त्योंथर स्थिति सोहागी थाना क्षेत्र में त्योहार पर ही घर में पड़ा मातम 12 वीं में 500/486 अंक किए थे हासिल बता दें कि खुशी सिंह जिले की होनहार छात्रा थी. वर्ष 2020 में आए 12वीं के परीक्षा परिणाम में खुशी सिंह ने प्रथम स्थान अर्जित करते हुए आर्ट विषय में 500/486 अंक प्राप्त कर जिले के साथ प्रदेश का भी नाम रोशन किया था.।
छात्रा ने बीती रात घर के अंदर आत्महत्या कर ली. छात्रा ने किन कारणों के चलते यह आत्मघाती कदम उठाया, पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है. घटना से परिवार में रक्षा बंधन की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं.
12 वीं की टॉपर छात्रा ने की खुदकुशी
चुनरी गांव निवासी 22 वर्षीय खुशी सिंह ने घर में आत्महत्या कर ली. इस दौरान परिवार के सभी सदस्य घर के दूसरे कमरे पर थे. जब वह अपनी बेटी के कमरे में गए तो बेटी को मृत हालत में देख उनके होश उड़ गए. इसके बाद किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया. वहीं पुलिस ने केस दर्जकर मामले की जांच में जुट गई है.
रीवा के सोहागी थाना क्षेत्र से मध्य प्रदेश की सबसे मेधावी छात्रा की मौत से परिजन सदमे में हैं. स्टेट टॉपर रही खुशी सिंह ने 2020 में 12वीं की परीक्षा में टॉप किया था. वह टीचर बन बच्चों का भविष्य संवारना चाहती थी, उन्हे पढ़ा लिखा कर ऑफिसर बनाना चाहती थी. पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन को सुपुर्द कर दिया है।
टीचर बनने का था सपना
खुशी सिंह रीवा जिले के त्योंथर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा थी. उसने 12वीं की परीक्षा में टॉप किया था. इसके बाद समाज सेवियों के साथ ही जिला प्रशासन ने छात्रा को सम्मानित भी किया था. छात्रा खुशी सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया था कि वह टीचर बनना चाहती है.।
वहीं सोहागी थाना प्रभारी पवन शुक्लाने कहा कि ” चुनरी गांव निवासी खुशी द्वारा आत्महत्या करने की सुचना मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.”