संवाददाता (उ.प्र.) गोरखपुर: :- उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित गोरखपुर लोकसभा सीट पर चुनाव की तारीख नजदीक आते ही तनातनी चरम पर है।
सपा के एक कार्यकर्ता को पुलिस द्वारा जबरिया हिरासत में लिये जाने से भड़की सपा प्रत्याशी काजल निषाद कार्यकर्ताओं के साथ गीडा थाने में बैठ गई हैं, उन्होंने थानेदार पर सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
भाजपा कार्यालय पर हुआ विवाद
गीडा थाना क्षेत्र के नंदापार में सपा का जुलूस के निकल रहा था ,इसी दौरान भाजपा कार्यालय में कुछ लोगों से उसका विवाद हो गया, जिसके बाद पुलिस सीयर गांव निवासी सपा कार्यकर्ता स्वामीनाथ यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
सपा कार्यकर्ता के पकड़े जाने की सूचना पर सपा प्रत्याशी काजल निषाद, जिलाध्यक्ष बृजेश गौतम, पूर्व विधायक यशपाल रावत के नेतृत्व सैकड़ों सपाई गीडा थाने पर पहुंच गए।
पकड़े गए कार्यकर्ता से मिलने और छोड़ने की जिद्द करने लगे, साथ ही सपा नेताओं की तहरीर पर केस दर्ज करने की मांग करने लगे इसको लेकर थानेदार से तीखी नोकझोंक भी हुई।
काजल निषाद ने मीडिया के सामने पुलिस के उत्पीड़न का एक फोटो भी दिखाया ,सपाईयों ने कहा कि देवरिया में यह युवक को पीट कर थाने में मार डाला गया।
वैसा ही कृत्य गोरखपुर में भी करने का प्रयास किया जा रहा है।
विधायक के इशारे पर उत्पीड़न का आरोप
करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद सपा नेताओं ने पुलिस पर भाजपा के इशारों पर सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया।
साथ ही सपा नेताओं के उत्पीड़न के खिलाफ ऊपर तक आवाज उठाने की बात कही, सपाईयों का कहना है कि एक भाजपा विधायक के इशारे पर कार्यकर्ता का उत्पीड़न किया जा रहा है।
विरोध को देखते हुए थानेदार भी मौके से हट गए हैं, इस दौरान सपा के जिला महासचिव रामनाथ यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रहलाद यादव, विधानसभा अध्यक्ष मनीष कमांडो आदि मौजूद रहे।
