
विकास खंड कार्यालय पर सचिवों ने सौंपा ज्ञापन, कहा — शासनादेश में बायोमेट्रिक अनिवार्यता नहीं; दो दिन में वेतन न मिला तो करेंगे पूर्ण बहिष्कार
संवाददाता – सुरेश चंद्र मिश्रा
प्रयागराज (मेजा): – मेजा विकास खंड के पंचायत सचिवों ने दो माह का वेतन रोके जाने के विरोध में बुधवार को कार्य का बहिष्कार करते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। सचिवों ने विकास खंड कार्यालय परिसर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और खंड विकास अधिकारी अमित सिंह के माध्यम से जिलाधिकारी प्रयागराज को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पंचायत सचिवों ने कहा कि क्लस्टर मुख्यालयों की ग्राम पंचायतों में बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश 30 सितंबर को जारी किया गया था। परंतु शासन की ओर से इस विषय में कोई औपचारिक आदेश नहीं है। इसके बावजूद बायोमेट्रिक उपस्थिति न दर्ज करने पर सचिवों का दो माह का वेतन रोक दिया गया, जो पूरी तरह अन्यायपूर्ण है।
सचिवों ने कहा कि वे रोजाना सुबह 7 बजे से देर रात तक शासन के तमाम कार्यक्रमों में सक्रिय रहते हैं — जैसे क्रॉप सर्वे, फैमिली आईडी, आयुष्मान कार्ड, मतदाता सूची पुनरीक्षण, राशन कार्ड व पेंशन सत्यापन, शादी अनुदान, सामूहिक विवाह योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, आवास योजना, जनसुनवाई और जन्म-मृत्यु पंजीकरण जैसे कार्य। ऐसे में बायोमेट्रिक उपस्थिति थोपना न केवल अनुचित है, बल्कि उनके कार्य की निरंतरता पर भी असर डालता है।
सचिवों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रयागराज जनपद में केवल पंचायत सचिवों के साथ ऐसा भेदभाव किया जा रहा है, जबकि अन्य विभागों के कर्मचारी अब भी उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली तत्काल रद्द की जाए और रोका गया वेतन दो दिन के भीतर जारी किया जाए।
सचिवों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे समस्त विभागीय कार्यों का बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इस विरोध प्रदर्शन में संजय शुक्ला, फूलचंद्र यादव, श्याम सूरत, मोहम्मद हामिद, विकास जायसवाल, अयोध्या प्रसाद, अवनीश पटेल सहित बड़ी संख्या में पंचायत सचिव मौजूद रहे।