
मारपीट और शराब से तंग बहन ने दो परिचितों को दी सुपारी, गला दबाकर की गई हत्या, शव बोरी में भरकर नदी में फेंका गया
संवाददाता – विकास दूबे
सिंगरौली, मध्यप्रदेश – रक्षाबंधन से पहले रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना ने पूरे सिंगरौली जिले को हिला कर रख दिया है। लंघाडोल थाना क्षेत्र के ताल गांव में एक युवक की जूट की बोरी में बंद लाश मिलने के बाद फैली सनसनी के पीछे जो कहानी सामने आई, वह चौंका देने वाली है। इस हत्या को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि मृतक की सगी बहन ही निकली, जिसने 10 हजार रुपये की सुपारी देकर अपने भाई की जान ले ली।
12 जुलाई: बोरी में मिली थी लाश
ताल गांव स्थित गोपद नदी के किनारे बोरी में बंद एक युवक का शव बरामद हुआ था। प्रारंभिक जांच में युवक की पहचान नहीं हो पाई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए, पड़ोसी राज्यों तक फोटो प्रसारित किए। पोस्टमार्टम में सामने आया कि युवक की गला घोंटकर हत्या की गई है।
पहचान हुई, तो बहन पर पड़ा शक
काफी प्रयासों के बाद शव की पहचान छत्तीसगढ़ के मुक्रिल गांव निवासी लाल बहादुर सिंह के रूप में हुई। मृतक के भाई शिवप्रसाद ने पुलिस को बताया कि उन्हें अपनी बहन फूलमती सिंह पर शक है। पुलिस ने फूलमती से गहन पूछताछ की, जहां उसने हत्या की साजिश और सुपारी का राज खोल दिया।
शराबी और हिंसक था भाई की बहन ने करवाई हत्या
फूलमती ने पुलिस को बताया कि उसका भाई लाल बहादुर आए दिन नशे में धुत होकर मां और बहन से मारपीट करता था। यह सिलसिला वर्षों से चल रहा था, जिससे तंग आकर उसने अपने परिचित शिव कैलाश सिंह और भूपत सिंह को 10 हजार रुपये देकर हत्या की सुपारी दे दी।
8 जुलाई को की गई थी हत्या
हत्या की योजना के अनुसार, 8 जुलाई की रात जब लाल बहादुर नशे में था, तो दोनों आरोपियों ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को बोरी में भरकर नदी में फेंक दिया गया, ताकि पहचान न हो सके।
तीनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने फूलमती सिंह समेत दोनों सुपारी किलर — शिव कैलाश और भूपत सिंह — को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों के खिलाफ हत्या और साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आगे की जांच में जुटी है।