राजधानी में डेंगू से हो गई महिला की मौत
संवाददाता लखनऊ. संचारी रोग सप्ताह मनाने से पहले ही योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सभी अस्पतालों में डेंगू मलेरिया एवम अन्य संचारी और गैर संचारी रोगों के लिए बेड और अलग वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए थे।
जबकि नगर निगम/नगर पालिकाओं/पंचायतों को भी हर स्तर पर अपनी व्यवस्था को सुदृढ करने के भी आदेश दिए गए थे. समय पर सफाई और फॉगिंग की सुविधा हो इसके लिए बजट का भी प्रावधान बीते कैबिनेट बैठक में कर दिया गया था. उन सबके बावजूद डेंगू और मलेरिया समेत संचारी रोगों पर काबू नहीं पाया जा सका है. यू कहे तो राजधानी लखनऊ में डेंगू अब जानलेवा हो गया है. जहां पर डेंगू से पीड़ित महिला ने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया है. हालांकि की सरकार की सख्ती से बहुत कुछ स्थिति सुधरी है।
आपको बता दे कि, इस साल डेंगू से यह पहली मौत है. राजधानी के फैजुल्लागंज के प्रीतिनगर निवासी सामंती देवी को सप्ताह भर से बुखार आ रहा था. हालत बिगड़ी तो परिजनों ने उन्हें होपवेल हॉस्पिटल में एडमिट कराया. यहां डेंगू के कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इलाज के बावजूद भी उनमें कोई सुधार नहीं आया. जिसपर की बाद में परिजनों ने उन्हें अयोध्या रोड स्थित चंदन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान ही सामंती देवी ने अंतिम सांस ली।
अपने पाठकों को लल्लूराम डॉटकॉम बताते हैं कि कैसे करें डेंगू से बचाव करें. घर के आसपास या अंदर पानी न जमा होने दें. गमलों और रखे टायर में पानी न जमा होने दें. कूलर में पानी है तो उसमें थोड़ा सा मिट्टी का तेल डालकर रखें. इससे लार्वा नही पनपेंगे. पानी की टंकियों को ढककर रखें. पूरी आस्तीन और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनें. बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर ही बाहर भेजें.
डेंगू होने पर क्या करें–
ज्यादा से ज्यादा पानी व अन्य तरल पदार्थ लें.
हल्का और सादा खाना खाएं.
डॉक्टर की सलाह के बगैर दवाएं न लें.
आपको बता दे कि डेंगू के मच्छर साफ पानी मे ही जन्म लेते है इसलिए अपने घरों में गमलों इत्यादि की भी सफाई करते रहे।
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