सिंगरौली। सिंगरौली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो सरकारी तंत्र की लापरवाही और भ्रष्टाचार की पोल खोलता है। देवसर जनपद की नौढ़िया ग्राम पंचायत में लगभग 6 लाख रुपये की लागत से एक पुल का निर्माण किया गया है, लेकिन यह पुल किसी नदी या नाले पर नहीं, बल्कि सीधे खेत के बीचों-बीच बना दिया गया है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इस पुल तक पहुँचने का कोई रास्ता ही नहीं है। ना तो पुल तक कोई सड़क जाती है और न ही इसकी कोई उपयोगिता दिखती है। यह निर्माण कार्य जनता की जरूरतों की अनदेखी करते हुए, महज निजी स्वार्थ और भ्रष्टाचार की भूख में अंजाम दिया गया प्रतीत होता है। जहां स्थानीय ग्रामीणों ने जब इस बेतुके निर्माण की हकीकत देखी तो उन्होंने पहले इसकी शिकायत अधिकारियों से की, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो पुल की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। अब यह मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया है। अब इस वायरल तस्वीरों को देखकर हर कोई भौचक्का रह गया है. ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल पूरी तरह से बेकार है, क्योंकि इसका कोई इस्तेमाल नहीं है।
ग्रामीणों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
ग्रामीण इस निर्माण को सरकारी धन की लूट और भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण बता रहे हैं. उनका आरोप है कि ठेकेदारों और अधिकारियों ने मिलकर बिना किसी सही योजना के इस पुल का निर्माण करवाया है. अब आलम यह है कि पुल तक सड़क बनाने के लिए कोई सरकारी जमीन बची ही नहीं है. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तरफ सरकार विकास के बड़े-बड़े वादे कर रही है, वहीं दूसरी तरफ जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार हावी है. जिला और तहसील स्तर के अधिकारी, इंजीनियर और सरपंच-सचिव तक इस तरह के काम में शामिल हैं और जानते हुए भी चुप हैं।
