
गोंडा में बड़ा हादसा: नहर में गिरी बोलेरो, गोंडा में बोलेरो दुर्घटना: नहीं खुला गेट, मदद की गुहार लगाते रहे, पर नहीं मिला वक्त; बोलेरो में सवार 11 की मौत
संवाददाता —
गोंडा (उत्तर प्रदेश):- 3 अगस्त – सावन के पावन महीने में दर्शन के लिए निकले एक ही परिवार के 15 लोगों की यात्रा उस समय मातम में बदल गई, जब उनकी बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर सरयू नहर में गिर गई। इस भीषण दुर्घटना में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के बेलवा बहुता रेहरा मोड़ के पास हुआ।
मृतक गोंडा के मोतीगंज थाना क्षेत्र के सिहागांव गांव के निवासी थे। बोलेरो सवार सभी लोग पृथ्वीनाथ मंदिर जल चढ़ाने जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भारी बारिश के दौरान गाड़ी फिसल कर नहर में समा गई। हादसे के समय बोलेरो में कुल 15 लोग सवार थे। ड्राइवर की जान बच गई, लेकिन बाकी सवारों के लिए मदद देर से पहुंची।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गाड़ी का गेट नहीं खुल रहा था और लोग भीतर से चीखते हुए मदद की गुहार लगा रहे थे। बाद में स्थानीय लोगों ने शीशा तोड़कर कई लोगों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक 11 लोगों की जान जा चुकी थी। मरने वालों में पांच महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं।
मृतक की सूची में शामिल
बीना (35), काजल (22), महक (12), दुर्गेश, नंदिनी, अंकित, शुभ, संजू वर्मा, अंजू, सौम्या।
तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को ₹5-5 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों का समुचित इलाज कराया जाए और हरसंभव मदद दी जाए।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा:
जनपद गोंडा में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। इस दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा जिला प्रशासन को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए गए हैं।
क्षेत्र में शोक की लहर
पूरा सिहागांव गांव इस हादसे से स्तब्ध है। एक ही परिवार के कई लोगों की एक साथ मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रशासन और राहत बचाव दल मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।