ग्राम प्रधान की लापरवाही से बेहाल बिहरिया गांव, समाजसेवी ने उठाया सुधार का बीड़ा तालाब से लेकर सड़क तक ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही परेशानियां, ग्राम निधि के दुरुपयोग का आरोप
रिपोर्ट – शिवम् शुक्ला
प्रयागराज, शंकरगढ़। – विकासखंड शंकरगढ़ के बिहरिया ग्राम सभा में मूलभूत सुविधाओं के अभाव ने ग्रामीणों का जीवन नारकीय बना दिया है। सड़क और नाली जैसी बुनियादी व्यवस्था वर्षों से ठप है, जिससे गांव के लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान की उदासीनता और भ्रष्टाचार के चलते विकास की जगह केवल चुनिंदा लोगों का निजी हित साधा गया है। गांव में पंचायती राज के अंतर्गत आने वाली निधियों का समुचित उपयोग नहीं हुआ। अधिकांश ग्रामीणों का आरोप है कि जो प्रधान के समर्थक हैं, केवल उन्हीं के मोहल्लों में काम होता है, बाकी उपेक्षा के शिकार हैं।
समाजसेवी की पहल बनी सहारा
गांव की बदहाल सड़कों से परेशान होकर युवा समाजसेवी लवकुश मिश्रा ने निजी खर्च पर ट्रैक्टर मंगवाकर भस्सी डलवाकर रास्ते को समतल कराया। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि अगर सभी जनप्रतिनिधि इसी तरह जिम्मेदारी समझें तो गांव की तस्वीर बदल सकती है।
सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे का आरोप
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान के चहेतों द्वारा गांव की तालाब व अन्य सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया गया है, जिसे हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रधान पर यह भी आरोप है कि उन्होंने वोट के आधार पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया और विरोधियों की आवाज को नजरअंदाज किया।
क्या अब जागेगा प्रशासन?
ग्रामीणों की उम्मीदें अब शासन-प्रशासन से हैं कि वह स्थिति का संज्ञान लेकर उचित जांच और कार्रवाई सुनिश्चित करे। वहीं, ग्रामीणों को यह भी उम्मीद है कि ग्राम प्रधान अपनी जिम्मेदारी समझें और पंचायत निधि का पारदर्शी तरीके से उपयोग कर गांव के समग्र विकास की ओर कदम बढ़ाएं।
