पीड़ित के शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते अपर कलेक्टर को किया गिरफ्तार
संवादाता (म.प्र.) मऊगंज :- भ्रष्टाचार की चरम सीमा हुई पार नवीन जनपद मऊगंज में पांच हजार की रिश्वत लेते अपर कलेक्टर रंगों हाथ गिरफ्तार
जी हां नवीन जनपद मऊगंज की हो रही जहां पर शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए नवीन जनपद मऊगंज बनाया था और विकासशील जनपद की बात कहीं थी लेकिन नवीन जनपद में तो उच्च अधिकारी ही रिश्वतखोरी शुरू कर दिया कैसे होगा नवीन जनपद मऊगंज विकासशील जनपद बताते चलें।
मऊगंज जनपद में अपर कलेक्टर के पास पीड़ित अपनी फरियाद लेकर गया था जहां पर उन्होंने उससे पैसे की बात कहीं फरियादी पीड़ित ने बताया पहले भी दे चुके हैं दस हजार और आज पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए अपर कलेक्टर
पीड़ित ने कहा- हाईकोर्ट के आदेश को नहीं मान रहे थे अफसर
फरियादी रमा निवास तिवारी ने बताया जमीन के एक मामले में हाईकोर्ट ने भी हमारे पक्ष में स्टे दिया है। हमने फाइल यहां पेश की। अपर कलेक्टर साहब इसे नहीं मान रहे थे। पहले 10 हजार रुपए मांगे। फिर बुलाकर कहा कि ये कम है। पैसे की डील डायरेक्ट अपर कलेक्टर से ही हुई थी। उन्होंने कहा था तुम्हे मुकदमा लड़ना नहीं आता है। तरीके से लड़ो जीतना चाहते हो तो कुछ पैसे की व्यवस्था करो। वे बोले-10 हजार दो। मैंने वह दे दिए थे।
दरअसल, मऊगंज कलेक्ट्रेट में पदस्थ अपर कलेक्टर अशोक कुमार औहरी ने रमा निवास तिवारी से जमीन मामले में आदेश पारित कराने के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। इसमें से 10 हजार रुपए पहले ले लिए थे। तिवारी ने अनुरोध किया तो 5 हजार रुपए कम कर दिए। बाकी 5 हजार रुपए देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जिसके बाद पीड़ित ने लोकायुक्त में इसकी शिकायत कर दी।
मध्यप्रदेश के मऊगंज में लोकायुक्त ने अपर कलेक्टर को ऑफिस में रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को ये कार्रवाई की। अपर कलेक्टर ने जमीन मामले में फरियादी के पक्ष में फैसला सुनाने के लिए रुपयों की डिमांड की थी। उन्होंने पहले कुछ रुपए ले लिए थे। बाद में बुलाकर कहा कि ये कम है।
शिकायत के अनुसार, पहले ही 10,000 की राशि आरोपी को दी जा चुकी थी, जबकि शेष 5000 की राशि आज ली जानी थी। लोकायुक्त की टीम ने शिकायत की पुष्टि करने के बाद आरोपी को उसके कार्यालय में रिश्वत लेते हुए पकड़ा। इस ट्रैप ऑपरेशन का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने किया, जबकि निरीक्षक जियाउल हक सहित 12 सदस्यीय टीम ने इस कार्रवाई में हिस्सा लिया। फिलहाल, मामले की जांच जारी है ।
रीवा में लोकायुक्त मऊगंज के अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी को 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पीड़ित से बंटवारे की फाइल में कोर्ट से उसके पक्ष में फैसला करने के लिए 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी। वहीं, सीएम मोहन यादव ने अपर कलेक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
सीएम ने किया अपर कलेक्टर को सस्पेंड
रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर मऊगंज के अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। सीएम ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। नागरिकों के हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बंटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें। सरकार अपने नागरिकों को बेहतर, त्वरित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें।
मध्यप्रदेश सरकार अपने नागरिकों को बेहतर, त्वरित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।