उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के गृह जिले में स्वास्थ्य विभाग के काले कारनामे का सच हुआ उजागर जनता कर रही न्याय की गुहार
संवादाता (म.प्र.) रीवा :– एक तरफ भाजपा सरकार अपने कार्य की सराहना करते नहीं थक रही है वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश रीवा जिले के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के गृह जिले में स्वास्थ्य विभाग को लेकर सरकार के व्यस्था एवं स्वास्थ्य विभाग पर सवालात खड़े कर दिए हैं। बताते चलें रीवा जिले के विहान हाॅस्पिटल के पहले भी कई कारनामे उजागर हुए हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं किया गया है।
लेकिन अब अहम मुद्दा यह है की प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के गृह जिले में स्वास्थ्य विभाग की काले कारनामे पर क्या उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं विहान हाॅस्पिटल पर कार्रवाई होती है या फिर नहीं जनता अपने साथ हो रहें अत्याचार एवं भ्रष्टाचार को लेकर न्याय की उम्मीद लगाए बैठी हुई है।
बताते चलें विहान हाॅस्पिटल में मुर्दे का भी इलाज करके उनके परिजनों से अवैध रूप से पैसे की वसूली करने में सबसे नंबर वन हैं ऐसा ही मामला हाल में उजागर हुए हैं जहां परिजनों द्वारा गंभीर आरोप लगाया की शुगर के पेशेंट को हार्ट का सबसे महंगा इन्जेकशन लगाया गया जिससे दो घंटे में मौत हो गई।
परिजनों ने विहान हाॅस्पिटल पर आरोप लागते हुए कहां की मात्र तीन घंटे में तीन लाख का बिल बनाया।
इन्सानियत को शर्मशार कर चुकी हैं विहान हाॅस्पिटल जहां इन्सान डाक्टर को एक भगवान का दर्जा देता है और आंख बन्द करके भरोसा करके इलाज करवाते हैं वहीं विहान हाॅस्पिटल ने इन्सानियत को खो कर जनता के भरोसे के साथ खिलवाड़ करते हुए इलाज करती है यहां तक की मुर्दे को भी नहीं छोड़ा जाता है मुर्दे को रखकर इलाज करके अवैध रूप से परिजनों से धन उगाही करने में कसर नहीं छोड़ी जाती है ।
डॉक्टरों पर परिजनों को गुमराह करने का आरोप
दरअसल, मामला रीवा शहर में संचालित विहान हॉस्पिटल का है। जहां शुगर पेशेंट को हार्ट का इंजेक्शन दिया गया। इंजेक्शन लगते ही मरीज रामनरेश दुबे की मौत हो गई। लेकिन, विहान हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कार्डियक अटैक बता कर मृत पेशेंट के इलाज के नाम पर 2 घंटे में मरीज के परिजनों से 3 लाख रुपए वसूले। यह आरोप मृत मरीज के बेटे नितिन ने लगाया है। उन्होंने संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है
दो घंटे में तीन लाख का बिल थमाया
परिजन नितिन दुबे ने बताया कि, पीटीएस निवासी रामनरेश दुबे शुगर पेशेंट थे। अचानक उन्हें चक्कर आया तो परिजन विहान हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने बताया कि इन्हें कार्डियक अटैक हुआ है, जिसके चलते एक महंगा इंजेक्शन लगाना पड़ेगा। मरीज की जान बचाने के लिए परिजन इंजेक्शन लाए। जैसे ही अस्पताल में इंजेक्शन लगाया गया मरीज अचेत हो गया। इसके बाद डॉक्टर सिर्फ दवाइयां मंगवाते रहे। और शीघ्र सुधार होने का वादा करते रहे, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
इसके बाद परिजनों ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाने की जिद भी की। लेकिन उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि रिकवर हो रहा है और ठीक हो जाएंगे। 2 घंटे के अंदर जहां 3 लाख रुपये से ज्यादा का बिल बना दिया। पैसे लेने के थोड़ी देर बाद ही उन्हें मृत घोषित कर दिया, परिजनों ने बताया कि जब विरोध किया गया तो निजी गुंडो को बुलाकर परिजनों को धमकाया।
निजी नर्सिंग होम संचालक ने मनमानी लूट की। परिजनों ने बिहान हॉस्पिटल के संचालक राकेश पटेल पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।