सरकारी शिक्षक नशें की हालत में विद्यालय परिसर में किया ड्रामा वायरल हुई विडियो
संवादाता (म.प्र.) रीवा :- अजब गजब कारनामा ड्यूटी पर तैनात शिक्षक नशें की हालत में विद्यालय परिसर में किया जमकर ड्रामा वायरल हो गई विडियो शराब के नशे में जमीन पर पड़ा रहा शिक्षक, कलेक्टर ने कहा-किसी कीमत पर नहीं किया जाएगा माफ
शराब के नशे में बेसुध पड़े थे शिक्षक महोदय
शासकीय प्राथमिक शाला, बोदाबाग के एक शिक्षक शराब के नशे में धुत पड़े थे. उन्हें किसी तरह का होश ही नहीं है. उन्होंने क्लास रूम से सभी बच्चों को बाहर खदेड़ दिया था. क्लास में टाटफट्टी पर शिक्षक आराम से अर्धनग्न हालत में पड़े हुए दिखे. इन शिक्षक का नाम है रमाकांत वर्मा बताया गया. यह स्कूल के हेडमास्टर भी हैं. इनकी हरकतों से सिर्फ छात्र ही नहीं, बलकि यहां का तमाम टीचिंग स्टाफ भी बेहद परेशान है. मिली जानकारी के अनुसार हेडमास्टर साहब का यह रोज का रूटीन है.
मध्य प्रदेश के रीवा शहर में एक टीचर का वीडियो जमकर वायरल (Viral Video) हो रहा है. वीडियो सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने इसे अक्षम्य माना. रीवा शहर के बीचो-बीच बने शासकीय प्राथमिक शाला, बोदाबाग का यह वीडियो बताया गया. इस स्कूल के शिक्षक का किसी ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया. इसमें एक शिक्षक शराब के नशे में पूरी तरह से धुत दिख रहे हैं. बताया गया कि शिक्षक ने क्लास रूम से सभी बच्चों को बाहर खदेड़ दिया गया था ।
सोशल मीडिया पर एक सरकारी शिक्षक का स्कूल में ड्रामा करने का वीडियो वायरल हुआ. इसमें वह शराब के नशे में बच्चों को भगाते और खुद स्कूल के जमीन पर सोते हुए नजर आए. इसको लेकर जिला कलेक्टर बहुत नाराज दिखी.
जिला कलेक्टर ने जताया विरोध
जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल ने पूरे मामले का संज्ञान लिया और विरोध जताया. उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों के रिजल्ट खराब होंगे, उन टीचरों को दंड भी देंगे. ।
माना जा रहा है कि कलेक्टर रीवा के इस कड़े रूप के बाद शिक्षा में सुधार हो जाए. कलेक्टर ने कहा कि जिस शिक्षक के शराब पीकर स्कूल आने का मामला सामने आया है, उसे किसी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता है ।
छात्र-छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप
स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने हेडमास्टर पर आरोप लगाया कि वह एक भी दिन नहीं पढ़ाते. 1 बजे ही स्कूल से चले जाते हैं. हेडमास्टर की इस करतूत से पूरा शिक्षा विभाग ही बदनाम हुआ है.।
वहीं, दूसरी और कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने भी साफ तौर से कहा कि इस तरीके के हरकत करने वालों की शिक्षा विभाग में जरूरत नहीं है. ।
हद तो यह है कि ऐसे हालात रीवा शहर की स्कूल का है, तो ग्रामीण क्षेत्रों का अंदाजा लगाया जा सकता है ।