संवाददाता (उ० प्र०) आगरा:- राजतिलक की चाहत ने चुनावी रण के दांवपेंच अचानक बदल दिए हैं। मोदी से पहले मंगलसूत्र पहुंच गया है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तेवर तल्ख हो गए हैं।
देश की करोड़ों महिलाओं का मंगलसूत्र चुनावी रण में भाजपा का नया मुद्दा बनकर उभरा है।
आगरा के कोठी मीना बाजार में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होने वाली चुनावी जनसभा से पहले मंगलसूत्र शहर पहुंच चुका है। घर-घर में मंगलसूत्र की चर्चा है। अधिकांश महिलाएं चुनाव के इस मुद्दे को खुद से जोड़कर देखने लगी हैं। ऐसी भी महिलाएं हैं जो मोदी के मंगलसूत्र को चुनावी स्टंट से ज्यादा कुछ नहीं मानतीं। राजनीतिक विश्लेषक इस मुद्दे को मतदान के पहले चरण के बाद भाजपा का नया चुनावी हथियार मान रहे हैं।
विश्लेषक राजीव दीक्षित कहते हैं कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कम मतदान भाजपा को परेशान कर गया है। इसलिए जिस तरह से नरेंद्र मोदी ने अपने सुर को बदला है, उससे साफ जाहिर है कि चुनाव का ध्रुवीकरण शुरू हो चुका है। मेरा मानना है कि कोठी मीना बाजार होने वाली जनसभा में मोदी इस मुद्दे पर जरूर बोलेंगे।
राजनीतिक विश्लेषक राजीव दीक्षित कहते हैं कि मोदी ने अप्रत्याशित रूप से चुनाव का ध्रुवीकरण किया है। इसकी पांच मुख्य वजह हैं।
– पहले चरण में हिंदी बेल्ट में भाजपा की अपेक्षा से काफी कम हुआ मतदान।
– बिहार-यूपी की जिन सीटों पर मतदान कम रहा, वहां इंडी गठबंधन के समर्थक मतदाता वर्ग का मतदान प्रतिशत कम रहा।
-मतदान के दूसरे चरण में दक्षिण के केरल की सभी सीटों और कर्नाटक की आधी सीटों पर मतदान होना है। यहां भाजपा की आशाएं ध्रुवीकरण पर निर्भर हैं।
– अबकी बार 400 पार के अति उत्साह माहौल से भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक वर्ग निश्चिंत कर दिया था।
– मतदान करने के लिए नहीं निकला। कार्यकर्ताओं व समर्थक वर्ग को उत्साहित करने के लिए ध्रुवीकरण की राह पर भाजपा लौट पड़ी है।
ये है मंगलसूत्र प्रकरण
दूसरे चरण के चुनाव के दो दिन पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच मंगलसूत्र के मुद्दे पर जमकर विवाद चल रहा है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में महिलाओं की संपत्ति और मंगलसूत्र छीनने की योजना बना रही है। 4 दिन पहले लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में कहा है कि वह माताओं-बहनों के सोने का हिसाब करेंगे। फिर कांग्रेस उसे मुसलमानों में बांट देगी। मंगलसूत्र को भी नहीं छोड़ेगी। वहीं कांग्रेस ने सभी आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है।
मोदी का भाषण बिल्कुल सटीक
घटिया आजम खां निवासी भावना वरदान शर्मा ने बताया कि सुहागिनों की आस्था के प्रतीक मंगलसूत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण बिल्कुल सटीक है। चुनावी नजरिए से देखने के बजाए इसे विवाहित नारी के अस्तित्व की दृष्टि से देखना उचित होगा।
मोदी से पता चला मामला
नालंदा टावर निवासी शीतल अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कही गई बात ने हमें हिला कर रख दिया है। नरेंद्र मोदी के भाषण से जब पता चला कि हमारा सोना खतरे में हैं, तब मैंने यह तय कर लिया कि मतदान खुद करूंगी। अपनी टीम के लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करूंगी।