मुख्यमंत्री के गांव में लहसून की रखवाली करते किसान की धारदार हथियार से गला रेत कर बेरहमी से की हत्या
संवादाता (म.प्र.) उज्जैन :-जानकारी के अनुसार लहसून (उपज) फसल की रखवाली कर रहे किसान की धारदार हथियार से हत्या, खेत में मिला शव
उज्जैन जिले में लहसुन (उपज) की फसल की रखवाली कर रहे किसान की हत्या कर दी गई.
किसान का शव मंगलवार सुबह खेत में मिला बताया जा रहा है , कि किसान के सिर पर धारदार हथियार से वार किया गया है.।
इस मामले में किसी करीबी का हाथ होने का शक जताया जा रहा है।
उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले में किसान नेता की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी.।
वारदात के समय किसान नेता खेत पर लहसुन की चौकीदारी कर रहे थे., पुलिस अधिकारियों का दावा है कि अगले 24 घंटे में अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया जाएगा. ।
पुलिस ने सुराग मिलने की बात कही है. ,उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि भाट पचलाना थाना क्षेत्र में खेत से किसान के शव की सूचना मिली थी, मौके पर पहुंची पुलिस ने बालोदा लक्खा गांव पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है जांच में मृतक की पहचान किशन चावडा के तौर पर हुई.।
उन्होंने कहा कि पुलिस को सुराग हाथ लगा है. हत्यारों तक पुलिस की टीम जल्द पहुंच जायेगी।
किसान नेता पर धारदार हथियार से कई बार हमले किए गए., उन्होंने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया. ।
मंगलवार की सुबह ग्रामीणों को शव बरामद हुआ ,शव खून से लथपथ खेत में पड़ा हुआ था. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी.।
मौके पर पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंची., पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए टीम का गठन कर दिया है।
जानकारी के अनुसार यह घटना उज्जैन जिले के भाटपचलाना थाना क्षेत्र के बालोदा लक्खा गांव की है. पुलिस के अनुसार किसान का नाम किशन सिंह चावड़ा (50 वर्ष) है. किसान का खेत घर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है.।
चावड़ा लहसून (उपज) की रखवाली के लिए खेत पर ही सोते थे.
मंगलवार सुबह जब चावड़ा घर नहीं लौटे तो स्वजनों ने उनकी तलाश की ,कुछ लोग जब खेत पर पहुंचे तो उन्हें खाट पर मृत पाया गया. ।
मामले में किसी करीबी का हाथ होने का शक जताया जा रहा है. बता दें कि किशनसिंह चावड़ा बड़नगर भारतीय किसान संघ की कार्यकारिणी के सदस्य थे. उनके दो बेटे हैं.।