भाकियू ने लगाया विभागीय भ्रष्टाचार का आरोप, स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक और संविदा कर्मियों की सुरक्षा की उठाई मांग — चेतावनी दी, मांगें न मानी गईं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा शुरू
संवाददाता आलोपी शंकर शर्मा
सादिका पवित्र – प्रयागराज। – बिजली विभाग में बढ़ते भ्रष्टाचार और उपभोक्ताओं से अवैध वसूली के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने गुरुवार को ज़ोरदार धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। झलवा के धुस्सा पावर हाउस परिसर में यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए विभाग के खिलाफ अपना विरोध जताया।
यूनियन के युवा प्रदेश प्रभारी अनुज सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटर और चेकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं से जबरन वसूली की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग आम जनता के हित में नहीं, बल्कि उद्योगपतियों, ठेकेदारों और जीएमआर कंपनियों के इशारे पर काम कर रहा है।
अनुज सिंह ने मांग की कि प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। साथ ही संविदा कर्मियों और लाइनमैनों की सुरक्षा तथा नौकरी स्थायित्व को लेकर ठोस नीति बनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मीटर रीडर की छुट्टी के नाम पर ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता खत्म हो रही है।
भाकियू नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि विभाग ने जल्द ही उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं किया और स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक नहीं लगाई, तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी रूप लेगा। धरना स्थल पर भारी संख्या में किसान और स्थानीय उपभोक्ता मौजूद रहे।
