सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से खुला रहस्य, 15 लाख रुपये की मांग और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी से तंग आकर युवक ने नदी में कूदकर दी जान
ब्यूरो रवि शंकर गुप्ता
सादिका पवित्र – प्रयागराज।- कौंधियारा क्षेत्र के पिपरहटा गांव में बुधवार को हुई युवक की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुरुवार को तीन लोगों को हिरासत में लिया है। ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने युवती मोहिनी यादव और उसके पिता राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया है, जबकि एक 16 वर्षीय नाबालिग रिश्तेदार को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।

कौंधियारा थानाध्यक्ष कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर गुरुवार सुबह पिपरहटा गांव में छापेमारी कर आरोपियों को पकड़ा। पुलिस ने बताया कि इन तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप दर्ज किए गए हैं, जबकि चौथे आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
घटना की पृष्ठभूमि में बताया जा रहा है कि पिपरहटा गांव निवासी दशरथ यादव के पुत्र शेषमणि यादव ने बुधवार सुबह टोंस नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। ग्रामीणों और मल्लाहों की मदद से शव को नदी से बाहर निकाला गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि मोहिनी यादव और उसके परिवार के लोग शेषमणि से 15 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। पैसे न देने पर उसे झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
घटना के बाद बुधवार शाम सोशल मीडिया पर एक वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें युवती और उसके परिजन मृतक से शादी और पैसों को लेकर बातचीत करते दिखे। वीडियो में धमकी भरे शब्द भी सुने गए, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने इन डिजिटल साक्ष्यों को अपनी जांच में शामिल कर लिया है।
सहायक पुलिस आयुक्त (कौंधियारा) अब्दुस सलाम खान ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि चौथे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दबिश दी जा रही है।
इस घटना से क्षेत्र में शोक और आक्रोश दोनों का माहौल है। ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की विवेचना तेज गति से की जा रही है ताकि पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिल सके।
