प्रयागराज को स्वच्छ, आधुनिक और धार्मिक पहचान के अनुरूप सजाने का निर्देश; गंगा-यमुना की निर्मलता, राजस्व वृद्धि और माघ मेला तैयारियों पर विशेष जोर
ब्यूरो – रवि शंकर गुप्ता
सादिका पवित्र – प्रयागराज। तीर्थराज – उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि “तीर्थराज प्रयागराज के विकास कार्यों में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए।” उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन योजनाओं में बजट की कमी या प्रशासनिक विलंब आड़े आ रहे हों, उनके लिए तुरंत प्रस्ताव बनाकर लखनऊ भेजा जाए, ताकि काम की गति धीमी न हो।
शनिवार को सर्किट हाउस प्रयागराज में नगर निगम, बिजली विभाग और माघ मेला प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने विकास योजनाओं की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान महापौर गणेश केसरवानी और नगर आयुक्त साईं तेजा भी मौजूद रहे।
काम की रफ्तार बनी रहे, जनता को राहत मिले-
मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य विकास कार्यों को जनता के जीवन से सीधे जोड़ना है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि यदि किसी योजना में लेटलतीफी या लापरवाही पाई गई तो जवाबदेही तय की जाएगी। मंत्री ने कहा — “काम में अड़चन आने पर उसे वहीं रोकने के बजाय समाधान तलाशना प्रशासन की जिम्मेदारी है। तीर्थराज प्रयाग में विकास का पहिया थमना नहीं चाहिए।”
गंगा-यमुना की निर्मलता और सफाई पर सख्त निर्देश-
अरविंद शर्मा ने बैठक के दौरान गंगा-यमुना की सफाई और जलप्रदूषण रोकने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की धार्मिक पहचान इन नदियों से जुड़ी है, इसलिए गंगा-यमुना की निर्मलता से कोई समझौता नहीं होगा।
उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए, सड़क किनारे और घाटों पर गंदगी की शिकायतें न मिलें।
साथ ही, मंत्री ने शहर की स्ट्रीट लाइटों की खराबी, नालों की सफाई और कूड़ा निस्तारण प्रणाली पर भी रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि शहर की हर गली और चौक-चौराहे में साफ-सुथरा वातावरण दिखना चाहिए।
राजस्व बढ़ाने में पारदर्शिता और रफ्तार दोनों जरूरी-
बैठक में मंत्री ने गृहकर, जलकर और बिजली राजस्व वसूली की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनता को बिना परेशान किए राजस्व वसूली में तेजी और पारदर्शिता लाई जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में बकाया वसूली की समस्या है, वहां विशेष अभियान चलाया जाए और साथ ही नागरिकों को ऑनलाइन भुगतान जैसी सुविधाएं दी जाएं ताकि प्रक्रिया आसान बने।
माघ मेला तैयारियों की विस्तृत समीक्षा-
आगामी माघ मेला-2026 को लेकर मंत्री ने सभी विभागों से तैयारी की अद्यतन रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की पहचान सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
इसलिए मेला क्षेत्र में चल रहे कार्यों — सड़क मरम्मत, विद्युत व्यवस्था, जल निकासी, घाट सौंदर्यीकरण और शौचालय निर्माण — सभी को समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
महापौर गणेश केसरवानी ने मंत्री को जिले में चल रही प्रमुख योजनाओं की जानकारी दी और शहर के विभिन्न विकास प्रस्ताव भी रखे, जिनमें सड़क चौड़ीकरण, जल आपूर्ति और सीवरेज सुधार शामिल रहे।
अधिकारियों से सीधी संवाद, जनता के प्रति जवाबदेही पर जोर
मंत्री ने कहा कि सरकार की नीति जनता के प्रति जवाबदेही और पारदर्शिता की है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों को किसी भी सेवा के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
उन्होंने कहा — “सरकार का लक्ष्य है कि प्रयागराज आने वाला हर श्रद्धालु और नागरिक यह महसूस करे कि शहर में व्यवस्था और विकास दोनों में सुधार हुआ है।”
सर्किट हाउस में हुई बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में नगर निगम, विद्युत विभाग, जल निगम, मेला प्राधिकरण और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने सभी को स्पष्ट संदेश दिया कि विकास कार्यों में देरी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रवानगी से पहले उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज को स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
अंत में मंत्री का संदेश:
“प्रयागराज सिर्फ एक शहर नहीं, यह आस्था और पहचान का केंद्र है। इसका विकास न केवल योजनाओं से बल्कि समर्पण और जिम्मेदारी से होना चाहिए।”
