
ऊर्जा विभाग ने किया बड़ा बदलाव — शहरी, कस्बाई और ग्रामीण इलाकों के लिए तय किए गए अलग-अलग बिजली आपूर्ति घंटे, शिकायत पर तुरंत होगी कार्रवाई
ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश/ लखनऊ।- उत्तर प्रदेश में बिजली व्यवस्था को लेकर लंबे समय से उठ रही शिकायतों और कटौती की समस्याओं पर अब सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। प्रदेश के ऊर्जा विभाग ने पूरे राज्य के 75 जिलों के लिए नया बिजली आपूर्ति टाइम टेबल जारी कर दिया है। इस फैसले का उद्देश्य है कि हर क्षेत्र में तय समय पर बिजली पहुंचे और जनता को अंधेरे में न रहना पड़े।
ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट कहा कि सरकार की प्राथमिकता “हर घर रोशनी, हर गांव ऊर्जा” के संकल्प को मजबूत करना है। बिजली विभाग को अब समय-सारिणी के हिसाब से आपूर्ति बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शहरी इलाकों के लिए व्यवस्था:-
राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, आगरा, नोएडा, गाजियाबाद सहित सभी नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। केवल रखरखाव या तकनीकी खराबी के कारण ही सप्लाई रोकी जाएगी, वह भी पूर्व सूचना के साथ।
कस्बाई और अर्ध-शहरी क्षेत्र:-
कस्बों और छोटे नगर क्षेत्रों में 20 से 22 घंटे तक बिजली देने का लक्ष्य तय किया गया है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि यदि इस समय सीमा से अधिक बिजली बाधित होती है, तो संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और जेई के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीण इलाकों के लिए नया पैटर्न:-
ग्रामीण जनता को अब दिन और रात दोनों समय निर्धारित घंटों में बिजली दी जाएगी। नए टाइम टेबल के तहत गांवों में 18 से 20 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। इसमें से कम से कम 10 घंटे दिन में और शेष आपूर्ति रात में दी जाएगी ताकि किसानों को सिंचाई में कोई परेशानी न हो।
कटौती पर सख्ती और जवाबदेही तय:-
ऊर्जा विभाग ने सभी विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को निर्देश दिए हैं कि यदि किसी क्षेत्र में बिना पूर्व सूचना बिजली काटी जाती है, तो संबंधित अभियंता पर विभागीय कार्रवाई होगी। हर जिले में अब कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेंगे ताकि जनता अपनी शिकायतें तत्काल दर्ज करा सके।
इसके लिए विभाग ने फिर से 1912 टोल फ्री हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप को एक्टिव किया है। शिकायत दर्ज होने के बाद 2 घंटे के भीतर समाधान देने का आदेश जारी किया गया है।
किसानों और छात्रों को बड़ी राहत:-
सरकार ने विशेष रूप से किसानों और छात्रों को ध्यान में रखकर यह व्यवस्था बनाई है। किसानों के लिए रात में भी बिजली सप्लाई का समय तय किया गया है ताकि वे आसानी से खेतों की सिंचाई कर सकें। वहीं छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के समय पर कटौती मुक्त आपूर्ति दी जाएगी।
ऊर्जा मंत्री बोले — ‘अब कोई नहीं रहेगा अंधेरे में’
ऊर्जा मंत्री का बयान
“प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है। अब बिजली कटौती केवल तकनीकी कारणों या रखरखाव के दौरान ही होगी। हमारा लक्ष्य है कि यूपी के हर घर में रोशनी पहुंचे और कोई भी परिवार अंधेरे में न रहे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि हर जिले के जिला विद्युत अभियंता और अधीक्षण अभियंता की जिम्मेदारी तय की गई है। अगर किसी भी क्षेत्र में निर्धारित समय से कम बिजली मिलती है, तो अधिकारी को जवाब देना होगा।
जनता से अपील:-
ऊर्जा विभाग ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि अगर उनके क्षेत्र में तय समय पर बिजली नहीं दी जा रही है, तो वे तुरंत शिकायत करें। इसके अलावा विभाग की वेबसाइट पर भी ऑनलाइन फीडबैक की सुविधा दी गई है ताकि पारदर्शिता बनी रहे ।
उत्तर प्रदेश में यह पहली बार है जब पूरे राज्य के हर जिले के लिए बिजली आपूर्ति का समान और पारदर्शी टाइम टेबल तय किया गया है। सरकार के इस कदम से जनता को काफी राहत मिलने की उम्मीद है और अनियमित बिजली व्यवस्था पर लगाम लगाई जा सकेगी।