
पंचायत एजेंसी पर गुणवत्ता विहिन नाली निर्माण कराये जाने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
मुख्य चौरहा जोवा रोड मे लम्बे अर्से से जल भराव होने से आवागमन में हो रही भारी समस्या
सिंगरौली। देवसर विकास खंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत निगरी को लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म है। मिली जानकारी के मुताबिक गौड खनिज योजना से लगभग पचीस लाख रुपये की लागत से नाली का निर्माण कार्य मुख्य बजार शिवमंदिर चौरहे से लेकर सरैहा चौराहे तक होने वाली नाली निर्माण कार्य मे जम कर लीपापोती का खेल चल जारी है,विगत छ:माह पहले हुऐ नाली निर्माण कार्य भी गुणवत्ता विहिन कराया गया है जिसकी खबरे भी प्रकाशित हुई थी,किन्तु जिम्मेदारों ने जांच नहीं कराया और नतीजा यह निकला की शासकीय राशि भी अब असुरक्षित समझ में आ रही है। स्थिति यह है की नाली छ:माह के अन्दर ही ढंक्कन के अभाव मे पट गई,कुछ जगहों पर दरारें आ गई है,तथा पानी ओवरफ्लो होकर के बह रहा है ऐसे में पंचायत एजेंसी द्वारा कराए गए घटिया निर्माण कार्य की पोल भी खुलती नजर आ रही है।
भरपूर राशि मिलने के बावजूद भी जब नाली जैसे निर्माण कार्य में दम तोड़ दिया तो कहीं ना कहीं पंचायत एजेंसी के द्वारा गड़बड़ झाला भी बड़े ही मजबूती के साथ किया गया हैं, ऐसे में उपयंत्री, एस डी ओ एवं जिम्मेदार अधिकारियों के कार्य शैली भी संदेश के दायरे में आती है।
सूत्रों की माने तो मानक के विपरीत नाली की ढलाई कराई जा रही है,जिसके कारण अल्प अवधि में ही नाली ध्वस्त होने की संभावना जताई जा रही है, बताया अभी जाता है कि 8 और10 एम एम की सरिया का डाल कर नीव और ढलाई की गई है, पंचायत एजेंसी के दबंगई के कारण ग्रमीणो ने दबी जुवान मे बताया की नाली निर्माण मे लीपापोती का काम चल रहा है।
अनावश्यक जगह पर हो रहा है नाली का निर्माण
मुख्य बजार चौराहे पर जोवा रोड मे लम्बे अर्से से नाली की जरुरत है जहाँ से चार पांच गांव के लोगों का आना जाना बना रहता है,वही विद्यार्थियों को लेकर स्कूली वाहनों की आवाजाही रहती है, व्यापारियों का व्यवसायियों का साथ ही अन्य राहगीरों का भी आवागमन बना रहता है, वही मार्ग में जल भराव होने से लोगों में काफी असंतुष्टि के साथ-साथ नाराजगी भी देखी जा रही है।
आरोप यह भी लग रहा है कि पंचयात के सरपंच सचिव भी अधिकतर अनावश्यक जगह पर ही कार्य करते हैं ताकि आसानी से शासकीय पैसे का गोलमाल किया जा सके, इतना ही नहीं जहां नाली की जरुरत ही नही थी,वहां कार्य करवा दिया गया,जहां जरूरत थी,जहा पानी का भराव रहता है वहा पंचायत एजेंसी द्वारा अनदेखा भी किया जा रहा है। फिलहाल अपनी आवाज को शासन प्रशासन तक पहुंचाते हुए क्षेत्र की जनता द्वारा जिला प्रशासन पर विश्वसनीयता के साथ पारदर्शिता पूर्ण जांच के लिए ग्रमीणों की निगाहेँ टिकी हुई है।