सिंगरौली पुलिस ने नाइट कॉम्बिंग गश्त में 341 बदमाशों/आरोपियों पर की कार्रवाई
राजपत्रित अधिकारियों ने थानों का किया आकस्मिक निरीक्षण एवं भ्रमण
जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने एवं आपराधिक तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के मार्गदर्शन में बीती रात जिलेभर में औचक नाइट कॉम्बिंग गश्त की गई। जिले में अपराधियों पर नकेल कसते हुए पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन गौरव राजपूत, पुलिस उप महानिरीक्षक रीवा क्षेत्र हेमंत चौहान के निर्देशन में अपराधियों पर नकेल कसते हुए पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के मार्गदर्शन में संगठित और सख्त कार्रवाई की गई। जिले के समस्त अनुभागीय पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों की अलग-अलग टीमें गठित कर नाइट कॉम्बिंग गश्त का संचालन किया गया।
नाइट कॉम्बिंग गश्त के दौरान की गई कार्रवाई :
26 स्थाई वारंटियों की गिरफ्तारी, जो लंबे समय से फरार थे। 158 गिरफ्तारी वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा। 72 निगरानी बदमाशों एवं 83 गुण्डा बदमाशों की जांच की गई। 02 आबकारी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर अवैध शराब जब्त की गई। रात में बेवजह घूम रहे संदिग्ध एवं असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई। बैंकों और एटीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विशेष जांच अभियान चलाया गया।
कॉम्बिंग गश्त की तैयारी
इस कॉम्बिंग गश्त की योजना कई दिनों से तैयार की जा रही थी। जिले के थानों, चौकियों एवं पुलिस लाइन के बल के साथ तालमेल बनाकर तकनीकी शाखा की मदद से कट-ऑफ पार्टियां लगाई गईं। रातभर चले इस अभियान में पुलिस टीमों ने संवेदनशील इलाकों, प्रमुख बाजारों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और हाईवे पर गश्त कर अपराधियों की धरपकड़ की। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की प्रभावी मौजूदगी रही।
विशेष कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
प्रमुख चौक-चौराहों, बाजारों और हाईवे पर संदिग्ध व्यक्तियों की सघन जांच। बिना कारण देर रात घूम रहे संदिग्ध युवकों को सख्त चेतावनी। यात्रियों और परिवारों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने में सहायता। बैंकों और एटीएम पर सुरक्षा बलों द्वारा औचक निरीक्षण। साथ ही नवरात्रि पर्व को दृष्टिगत जिलेभर में विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए, जिनके अंतर्गत देवी मंदिरों, पंडालों और मेले-स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा हेतु महिला पुलिसकर्मियों की टीमों सहित विशेष गश्त की व्यवस्था की गई। देवी पंडालों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई तथा आयोजकों को सुरक्षा निर्देशों का पालन करने हेतु सचेत किया गया। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पैदल गश्त एवं सतत निगरानी रखी गई। साथ ही आतिशबाजी, तेज आवाज वाले डीजे और अवैध गतिविधियों पर सख्ती से अंकुश लगाया गया, जिससे श्रद्धालुओं को निर्भीक वातावरण में पूजा-अर्चना करने का अवसर मिल सके और पुलिस बल पूर्णतः सतर्क एवं मुस्तैद रहा।
राजपत्रित अधिकारियों द्वारा थानों का आकस्मिक निरीक्षण एवं भ्रमण
इसी क्रम में जिला सिंगरौली के सभी राजपत्रित अधिकारियों द्वारा रात्रि में आकस्मिक निरीक्षण एवं भ्रमण किया गया। इस अवसर पर समस्त राजपत्रित अधिकारियों (पुलिस) ने अपने-अपने क्षेत्र के थानों का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण थानों की व्यवस्थाओं को जांचने और सुधारने के उद्देश्य से किया गया।
भ्रमण के दौरान की गई कार्यवाही
भ्रमण के दौरान थानों की सभी रात्रि कालीन व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया, जिसमें निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया गया शिकायत सुनने की व्यवस्था, रात्रि में गस्त पार्टियों की गतिविधियाँ, रात्रि ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की उपस्थिति, हवालात गृह की स्थिति, सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता। निरीक्षण के दौरान सभी पुलिस स्टाफ, गस्त पार्टियां, फिक्स पैकेट आदि अपने कर्तव्य पर मुस्तैदी से उपस्थित पाए गए। रात्रि कालीन व्यवस्थाओं को और अधिक बेहतर बनाने के उद्देश्य से यह कार्यवाही संपूर्ण जिले में संपादित की गई। इससे जिले में कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी।
सिंगरौली पुलिस का नाइट कॉम्बिंग अभियान अपराधियों में दहशत एवं आम नागरिकों में विश्वास स्थापित करने का महत्वपूर्ण प्रयास रहा। सिंगरौली पुलिस द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार की कठोर कार्रवाई निरंतर जारी रखी जाएगी ताकि जिले में शांति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनी रहे।
