12वें भोपाल विज्ञान मेला में एनटीपीसी विंध्याचल ने दिखाया सतत विकास का विज़न
एनटीपीसी विंध्याचल, एनटीपीसी गाडरवारा एवं एनटीपीसी खरगोन द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित मेगा पवेलियन ने 12वें भोपाल विज्ञान मेला में दर्शकों का मन मोह लिया। यह मेला 26 से 29 सितम्बर 2025 तक बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। विज्ञान भारती एवं मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में हजारों की संख्या में विद्यार्थी, शोधार्थी, वैज्ञानिक एवं आम नागरिक प्रतिदिन हिस्सा ले रहे हैं।
एनटीपीसी का पवेलियन अपने सततता थीम के कारण विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। यहां प्रदर्शित किए गए 10 टीपीडी कार्बन-टू-मेथेनॉल संयंत्र का मॉडल, अक्षय एवं कोयला ऊर्जा का एकीकृत डायरामा, एआर- वीआर तकनीक पर आधारित प्रदर्शन तथा पावर क्विज और सेल्फी जोन ने आगंतुकों को नए अनुभव प्रदान किए। इसके साथ ही राख के उपयोग, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक दायित्व एवं सीएसआर परियोजनाओं से जुड़ी जानकारी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
आगंतुकों ने पवेलियन में एनटीपीसी की 50 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर आधारित टीवी विज्ञापन एवं सस्टनेबलसितंबर (Sustainable September) अभियान की झलकियां भी देखीं। बच्चों से लेकर युवाओं और विशेषज्ञों तक, सभी ने एनटीपीसी की इन पहलुओं की सराहना की और इसे भविष्य की ऊर्जा के लिए
प्रेरणादायी बताया।
इस अवसर पर एनटीपीसी विंध्याचल से सुश्री किरण दिवाकर, वरिष्ठ प्रबंधक (ग्रीन केमिकल्स), शंकरा सुब्रमण्यम वी, उप प्रबंधक(नैगम संचार) एवं अंकैश मीना, सहायक अधिकारी (ईएमजी) उपस्थित रहे। वहीं एनटीपीसी गाडरवारा का प्रतिनिधित्व अंशुमन श्रीवास्तव, अपर महाप्रबंधक (पी एंड एस) तथा सुश्री श्रृष्टि मित्तल, कार्यपालक (नैगम संचार) ने किया।
पवेलियन का अवलोकन करने आए आगंतुकों ने कहा कि यह प्रदर्शनी न केवल एनटीपीसी की तकनीकी क्षमता का परिचायक है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन, नवीकरणीय ऊर्जा एवं सामाजिक विकास के क्षेत्र में उसके सतत प्रयासों को भी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करती है।
