सेवा पखवाड़े के अंतर्गत सीपीआर प्रशिक्षण एवं सिकल सेल जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न
भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी क्रम में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, सिंगरौली द्वारा दिनांक 22 सितम्बर 2025 को सिकल सेल जागरूकता कार्यक्रम एवं प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण (सीपीआर ट्रेनिंग) का आयोजन शासकीय अग्रणी महाविद्यालय, बैढ़न में प्रातः 11:00 बजे से किया गया। यह कार्यक्रम रेडक्रॉस सोसायटी के प्रेसिडेंट सह कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में, रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन एस. डी. सिंह के निर्देशन तथा सचिव डॉ. ओपी राय के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ रेडक्रॉस सोसायटी सिंगरौली के फर्स्ट एड ट्रेनर डॉ. सुशील सिंह चंदेल द्वारा किया गया। उन्होंने सीपीआर की प्रक्रिया का विस्तृत प्रदर्शन कर समझाया कि हृदयगति या श्वास रुक जाने की स्थिति में तुरंत सीपीआर देने से जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने छात्रों और प्राध्यापकों को व्यावहारिक अभ्यास कराते हुए छाती पर दबाव एवं कृत्रिम श्वसन (माउथ-टू-माउथ ब्रीदिंग) की सही तकनीक प्रदर्शित की।
इसके पश्चात सिकल सेल एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। रेडक्रॉस सोसायटी के पूर्व सचिव डॉ. डीके मिश्रा ने इस गंभीर आनुवंशिक रोग की जानकारी दी और इसके रोकथाम हेतु समय पर जांच, परामर्श एवं जागरूकता को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक पहचान एवं उपचार से रोगी सामान्य जीवन जी सकता है।
कार्यक्रम में शासकीय अग्रणी महाविद्यालय, बैढ़न के प्राचार्य डॉ. एम. यू. सिद्दीकी, कॉलेज के प्रोफेसरगण तथा विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इसके साथ ही रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ. ओपी राय, ब्लड सेंटर मेडिकल डायरेक्टर डॉ. आरडी. द्विवेदी, अतिरिक्त संचालक (मेडिकल) डॉ. एनके जैन, सीए श्रीमती मनोरमा शहवाल, रेडक्रॉस कोऑर्डिनेटर जय प्रकाश दुबे एवं अन्य गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष रूप प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंत में सिकल सेल पर आधारित शैक्षणिक वीडियो का प्रदर्शन किया गया, जिससे विद्यार्थियों को विषय की गहन जानकारी मिली। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, सिंगरौली द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल सेवा पखवाड़े की भावना को सार्थक करता है, बल्कि समाज में जीवन रक्षक तकनीकों और गंभीर बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध हुआ। यह आयोजन जीवन रक्षा एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में प्रेरणादायी कदम है।
