
वादों से मुकर गईं चितरंगी विधायक, भोपाल तक गूँजी नाराजगी
विकास के वादे अधूरे, कार्यकर्ताओं में असंतोष की लहर
सिंगरौली आगामी विधानसभा चुनाव से पहले चितरंगी क्षेत्र की सियासत गरमा गई है। एक जनवरी 2025 की स्थिति में प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार चितरंगी विधानसभा में कुल 2,51,175 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 1,30,066 पुरुष, 1,21,109 महिलाएँ और ० तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। क्षेत्र में कुल 284 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन, मतदाता सूची के साथ ही जनता के बीच गहरी नाराजगी और असंतोष भी उभरकर सामने आ रहा है। चितरंगी की मौजूदा विधायक, जो पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुँचीं और मंत्री पद तक पहुंचीं, उनकी कार्यशैली से लोग अब भ्रमित और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
वादों का कोई अता-पता नहीं: रहवासी जनता
गाँवों की सड़कें अब भी जर्जर हालत में हैं स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल हैं, अस्पतालों में दवा और डॉक्टर की कमी से मरीज परेशान हैं युवाओं को रोजगार देने के दावे सिर्फ भाषणों में रह गए बिजली कटौती और पेयजल संकट से लोग रोज़ाना जूझ रहे हैं ग्रामीण मतदाता रामलाल यादव का कहना है- हमें सिर्फ वादे मिले, काम कहीं दिखाई नहीं दिया। अब जनता ठगी महसूस कर रही है। महिला मतदाता सावित्री बाई कहती हैं- चुनाव से पहले बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन हमारे गाँव की सड़क और पानी की समस्या जस की तस है। सिर्फ आम जनता ही नहीं, बल्कि संगठन और कार्यकर्ताओं में भी भारी असंतोष देखा जा रहा है। स्थानीय कार्यकर्ता सुरेश सिंह का कहना है- हमने जी-जान लगाकर विधायक को जिताया, लेकिन आज हमें ही नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। जनता से दूरी और घमंड की राजनीति अब भारी पड़ेगी। भोपाल तक गूँजा विरोध स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि हाल ही में चितरंगी क्षेत्र के मतदाता और कार्यकर्ता भोपाल मुख्यालय पहुँचे। वहाँ उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री राधा सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जोरदार विरोध दर्ज कराया। प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी कि यदि हालात नहीं बदले, तो अगला चुनाव सत्ता पक्ष के लिए कठिन साबित होगा।
राजधानी तक पहुँची नाराजगी
ग्रामीणों में चर्चा है कि विधायक ने जनता का भरोसा तोड़ा है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि अब संगठन और सरकार भी विधायक के साथ मजबूती से खड़ी नहीं है। पंचायत स्तर तक यह संदेश फैल चुका है कि राजधानी तक पहुँची नाराजगी अब चुनावी समीकरण बदल देगी।
गलती हो गई विधायक बनाकर: कार्यकर्ता
मतदाता अब खुलकर कह रहे हैं कि गलती हो गई, पहली बार विधायक बनाकर मंत्री तो बना दिया, लेकिन क्षेत्र के लिए कुछ नहीं मिला। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यदि मौजूदा स्थिति बदली नहीं, तो चितरंगी विधानसभा में इस बार समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं। नाराज मतदाता और उपेक्षित कार्यकर्ता आगामी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएँगे।