वित्त विभाग द्वारा विगत 4 साल पूर्व नगर पालिक निगम सिंगरौली में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थापना की थी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने लगाए जा रहे कयास

रामबृज शाह (म.प्र.)सिंगरौली-: नगर पालिक निगम सिंगरौली के कमिश्नर की भरेंशाही से जनप्रतिनिधि और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियो में नाराजगी का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम सिंगरौली के आयुक्त सतेंद्र सिंह धाकरे नगर निगम के लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा पर इन दिनों काफ़ी मेहरबान दिखाई दे रहें है।
बताया जाता है कि वित्त विभाग द्वारा विगत 4 साल पूर्व नगर पालिक निगम सिंगरौली में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थापना की थी।
जनप्रतिनिधि और अधिकारी काफ़ी नाराज
बताया जाता है कि लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा पर नगर निगम कमिश्नर सतेन्द्र सिंह धाकरे इतने मेहरबान है कि लेखाधिकारी के साथ ही उन्हें उपायुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी, नोडल अधिकारी स्वच्छता का भी प्रभार सौंप दिया गया है।
बताया जाता है लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा के पास कोई लम्बा अनुभव नहीं है इसके बावजूद भी उपायुक्त का प्रभार दे दिया गया।,
नगर निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी काफ़ी नाराज दिखाई दे रहे हैं।
स्वास्थ्य अधिकारी और स्वच्छता नोडल अधिकारी एक साथ कैसे प्रभार
नगर निगम कमिश्नर सतेन्द्र सिंह धाकरे के आदेश पर मनमानी के सवाल इसलिए भी उठाए जा रहे है कि लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा को स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही स्वच्छता का नोडल अधिकारी का भी प्रभार सौप दिया गया है.
स्वास्थ्य अधिकारी सत्यम मिश्रा बतौर नोडल अधिकारी स्वच्छता अपने ही काम का निष्पक्षता के साथ सुपरवीजन कैसे करेंगे।
..तो कमिश्नर से भी परमिशन लेने की जरूरत नहीं
जानकारों की मानें तो यहा लेखाधिकारी को 50 हजार रुपये के भुगतान के लिए कमिश्नर से भी परमिशन लेने की जरूरत नहीं है।
बताया जाता है कि ऐसे में वित्तीय दुरुपयोग होने की संभावनाएं बनी रहती हैं।
लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि लेखाधिकारी को एक साथ कई महत्वपूर्ण पद देकर मोनोपोली यानी एकाधिकार को बढ़ावा देने जैसा फरमान है।
