सिंगरौली ।
राजनीतिक दमखम से वर्षों से जमे एक ही हल्के में बैढन पटवारी,
सिंगरौली नगर तहसील के अंतर्गत बैढन हल्के के पटवारी उमेश नामदेव एक बार पुनः चर्चाओं में है। चर्चाओं में आने के पीछे का मुख्य कार्य है कि उमेश नामदेव की राजनीतिक पकड़ दिन प्रतिदिन हाई लेवल की होते जा रही है। पटवारी उमेश नामदेव अपने कार्यों से ज्यादा राजनीतिक संबंध बनाने में माहिर है। आप सभी को ज्ञात होगा कि अभी मध्य प्रदेश में स्थानांतरण का दौर चल रहा था। सभी विभागों में थोकबंद तबादले हो रहे थे। इसी क्रम में सिंगरौली जिले में भी तबादले हो रहे थे। उसी क्रम में जिले में राजस्व विभाग में भी तबादले हुए परंतु कई वर्षों से एक ही हल्के में पदस्थ बैढन पटवारी उमेश नामदेव का तबादला नहीं हुआ है अब तबादला ना होने के पीछे का मुख्य का कारण राजनीतिक पकड़ ही है सूत्र बताते हैं कि पटवारी साहब का सत्ता के नेताओं से मधुर संबंध है। जिसके कारण उनका तबादला नहीं होता है। बैढ़न पटवारी का तबादला ना होने से चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पटवारी के कार्यप्रणाली से जनता नाराज
पटवारी उमेश नामदेव से जनता अब पूर्ण रूप से थक हार चुकी है। जनता अपनी फरियाद किसे सुनाए। जनता का आरोप है कि पटवारी साहब हल्के में नहीं मिलते हैं किसी भी कार्य के लिए उनके निजी कार्यालय जाना पड़ता और है। और कार्यालय में जाकर सीधे सोनी नामक व्यक्ति से मेल मुलाकात करना पड़ता है। यदि सोनी से मुलाकात नहीं करते है तो मजाल है कि आप कोई भी राजस्व संबधी कार्य पूरा हो जाए। छोटे से छोटे जमीनी कार्य के लिए भी कई दिन कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं तब जाकर कार्य होता है। जनता का आरोप है कि पटवारी साहब विवाद वाले जमीनों पर भी एक तरफा कार्य कर देते हैं। अभी हाल में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था कि बैढन पटवारी विवाद रहित जमीन को भी नापने गए थे। जिसका विरोध एक युवक ने किया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि हम नहीं करते परंतु आए दिन पटवारी की कार्यप्रणाली के किस्से सुनने को मिलते रहते हैं।
विधायक ने पटवारी का तबादला न हो प्रभारी मंत्री को लिखा पत्र
अभी कुछ दिनों पूर्व सिंगरौली
विधायक का पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। उस पत्र को चर्चा आज भी सब के जुवान पर है। पत्र में लिखा था की पटवारी उमेश नामदेव को बैढन हल्के से स्थानांतरण न किया जाए। सिंगरौली विधायक ने प्रभारी मंत्री से पटवारी के लिए पत्र के माध्यम से गुजारिश की थी। अब इस बात से आप स्वयं अंदाज़ लगा सकते है कि उमेश नामदेव की राजनीतिक पकड़ किस स्तर की है। वायरल पत्र से सवाल ये उठता है कि सिंगरौली विधायक एक ही पटवारी पर क्यों इतना मेहरबान क्यों है। जिले में और भी पटवारी है क्या वो बैढन हल्के का कार्य नहीं कर सकते है..? पटवारी उमेश नामदेव को लेकर कई प्रकार से सवाल उठ रहे है। पटवारी के कार्यप्रणाली से विधायक को भी ट्रोल होना पड़ रहा है।