“मुस्कान विशेष अभियान” के तहत डीपीएस विद्यालय विंध्यनगर में पुलिस अधीक्षक द्वारा छात्र-छात्राओं को किया गया जागरूक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देशन तथा रीवा जोन पुलिस महानिरीक्षक गौरव राजपूत, पुलिस उप महानिरीक्षक हेमन्त चौहान, पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सर्वप्रिय सिन्हा के मार्गदर्शन में दिनांक 01 नवम्बर 2025 से 30 नवम्बर 2025 तक “मुस्कान विशेष अभियान” संचालित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य गुमशुदा नाबालिग बालिकाओं की अधिक से अधिक दस्तयाबी सुनिश्चित करना एवं विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को महिला सुरक्षा, बाल विवाह, पॉक्सो एक्ट, सायबर अपराध, मानव तस्करी तथा सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों से बचाव हेतु जागरूक करना है।
डीपीएस विद्यालय विंध्यनगर में आयोजित कार्यक्रम
इसी क्रम में आज डीपीएस विद्यालय विंध्यनगर में आयोजित “मुस्कान विशेष अभियान” कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री द्वारा छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सायबर फ्रॉड, मोबाइल के दुरुपयोग, कठिन विषयों के अध्ययन के तरीके, आत्मविश्वास एवं सतत परिश्रम के महत्व पर मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी अध्ययन में कमजोर हैं, उन्हें हताश न होकर एकाग्रचित रहकर निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए — सफलता किसी भी स्थिति से प्राप्त की जा सकती है। श्री खत्री ने बालक-बालिकाओं के बीच भेदभाव न करने की बात कहते हुए सामाजिक समानता और संवेदनशीलता पर बल दिया तथा किसी भी प्रकार के भेदभाव या उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत शिकायत करने की सलाह दी।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं को “अभियान अभिमन्यु” के संबंध में जागरूक किया गया, स्वस्थ समाज में पुरुषों व महिलाओं दोनों की समान भूमिका पर चर्चा की गई और बताया गया कि बच्चों की सक्रिय सहभागिता समाज में अनुशासन एवं जागरूकता को बढ़ाती है। कार्यक्रम में ‘ह्यूमन ट्रैफिकिंग’ एवं अन्य सामाजिक विषयों पर आधारित शॉर्ट मूवी प्रदर्शित की गई तथा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की हालिया वर्ड कप जीतकर विश्व विजेता बनने की उपलब्धि पर छात्र-छात्राओं से तालियाँ बजवाकर महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में थाना प्रभारी विंध्यनगर श्रीमती अर्चना दिवेदी, उप निरीक्षक श्रीमती प्रियंका मिश्रा, विद्यालय के प्राचार्य जे.पी. पाण्डेय, प्र. आर. मुनेनद्र राणा, प्र.आर. नितिन, महिला शिक्षक, छात्र-छात्राएँ एवं पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
थाना एवं चौकी स्तर पर आयोजित कार्यक्रम
थाना बैढ़न:
थाना बैढ़न द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास बलियारी में “मुस्कान विशेष अभियान” के तहत बालिकाओं को महिला सुरक्षा एवं जागरूकता संबंधी जानकारी दी गई।
महिला थाना:
राजीव गांधी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, रजबांध पडेनिया में निरीक्षक आराधना सिंह परिहार, उप निरीक्षक पुष्पा गिरी, प्रधान आरक्षक अखिलेश, प्रधान आरक्षक बेलकली सिंह द्वारा लगभग 450 छात्र-छात्राओं को सायबर क्राइम, महिला सुरक्षा एवं मुस्कान अभियान की जानकारी दी गई।
थाना मोरवा:
शासकीय कन्या हाई स्कूल पंजरेह में उप निरीक्षक अर्चना धुर्वे, स.उ.नि. उमेश अग्निहोत्री सहित अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा लगभग 150 छात्राओं को मुस्कान अभियान के तहत जागरूकता सभा आयोजित की गई।
महिला सुरक्षा शाखा एवं चौकी जयंत:
डी.ए.वी. स्कूल दूधीचुआ में महिला सुरक्षा शाखा द्वारा चौकी जयंत के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बालक-बालिकाओं को मुस्कान अभियान के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया तथा बालक-बालिकाओं की गुमशुदगी, मानव दुर्व्यापार, महिला एवं बाल अपराधों, गुड टच-बैड टच, सायबर फ्रॉड, सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती न करने एवं ऑनलाइन गेमिंग से बचने की सलाह दी गई। साथ ही, थानों में स्थापित महिला ऊर्जा डेस्क, बाल मित्र कक्ष, एवं टोल-फ्री नंबर चाइल्डलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 1090, डायल 112 आदि के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में उप निरीक्षक प्रीति साकेत, सउनि अशोक सिंह तोमर, प्र.आर. नूर आलम खान, चौकी जयंत से प्र.आर. सुबोध सिंह तोमर, आर. प्रकाश सिंह, विद्यालय के शिक्षकगण एवं लगभग 200 छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
चौकी निगरी/निवास:
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निगरी में उप निरीक्षक विनय शुक्ला, उप निरीक्षक प्रियंका सिंह बघेल सहित अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा लगभग 80 छात्र-छात्राओं को मुस्कान अभियान की जानकारी दी गई।
थाना सरई:
शासकीय विद्यालय दीयागढ़ई में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 50 बच्चे-बच्चियाँ शामिल रहे, जिन्हें मुस्कान अभियान के उद्देश्य एवं सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई।
सिंगरौली पुलिस द्वारा “मुस्कान विशेष अभियान” के अंतर्गत निरंतर रूप से विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे बालक-बालिकाओं में आत्मरक्षा, सायबर सुरक्षा एवं सामाजिक चेतना का विकास हो सके।
