महिलाएं कर रही मधुमक्खी पालन, सूरजमुखी की खेती से जोड़कर बढ़ा रही आमदनी
मध्य प्रदेश सिंगरौली विकास दुबे।


आजीविका मिशन के सहयोग से महिलाओं को प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। सूरजमुखी के फूल मधुमक्खियों के लिए प्रमुख पराग स्रोत होते हैं, जिससे शहद उत्पादन में भी वृद्धि हो रही है। समूह की सदस्य संगीता देवी ने बताया कि इस पहल से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बन रही हैं।
ग्राम पंचायत और कृषि विभाग के अधिकारी भी समय-समय पर महिलाओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं। मधुमक्खी पालन और सूरजमुखी की खेती का यह संयोजन ग्राम की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बन रहा है।
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ग्राम पोखरा में मधुमक्खी पालन और सूरजमुखी की खेती को सफल बनाने में जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कलेक्टर श्री चंद्रशेखर शुक्ला एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में आजीविका मिशन के तहत समूह की महिलाओं को निरंतर प्रशिक्षण, संसाधन एवं तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है।
उनके दिशा-निर्देशों से ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से अग्रसर हो रही हैं। प्रशासन की इस पहल ने न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा प्रदान की है।