
Oplus_0
मध्य प्रदेश सिंगरौली विकास दुबे
दो सप्ताह पूर्व हुयी विक्रम सिंह की मौत का अब तक नहीं हो सका खुलासा
सिंगरौली। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत 27 मई की रातविक्रम सिंह और राजन मिश्रा एक साथ सिंगरौली महोत्सव देखने के लिए गए थे, अगले दिन सुबह विक्रम सिंह की लाश मिली और राजन मिश्रा गंभीर घायल अवस्था में नवानगर मेंन रोड पर मिले। राजन मिश्रा के भाई के अनुसार 28 मई की सुबह दो लोग स्कूटी में सवार होकर राजन मिश्रा के घर पहुंचते हैं और राजन मिश्रा के भाई से बोलते हैं कि हम तुम्हारे भाई को मार दिए हैं नवानगर में बॉडी पड़ी जाकर ले जाओ छोटे भाई को भरोसा नहीं होता है बोला कि भैया हमारे सो रहे हैं लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए वह राजन मिश्रा के कमरे पर गया तो पता चला की विस्तर खाली था मतलब राजन मिश्रा में घर में नहीं थे, आनन फानन भाई नीचे उतरा तो देखा स्कूटी सवार दोनों लड़के जा चुके थे। छोटे भाई को कुछ समझ नहीं आया वह सीधे नवानगर चौराहे पहुंचा और राजन मिश्रा पर कॉल किया तो कोई लड़का उठाया और देवेंद्र सोनी अपना नाम बताया और बोला कि पुराने सब्जी मंडी नहीं नई सब्जी मंडी के पास तुम्हारा भाई है, उसको ले जाओ। भाइयों के द्वारा गंभीर अवस्था में राजन मिश्रा को नेहरू अस्पताल ले जाया जाता है जहां डॉक्टर द्वारा उसे संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया जाता है, एक सप्ताह के इलाज के बाद अब राजन मिश्रा की स्थिति में काफी सुधार है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी तक खुलासा नहीं किया है। इस संबंध
में सीएसपी पी एस परस्ते ने कहा कि 27 मई की रात विक्रम सिंह और राजन मिश्रा सिंगरौली महोत्सव देखने गये थे वह जैसे ही ट्रामा सेंटर के पास पहुंचे उन्हें दो दोस्त मिले जिनके बीच कुछ कहासुनी हो गयी और मारपीट हुयी। मारपीट के बाद विक्रम सिंह और राजन मिश्रा अलग अलग वाहनों से निकल दिये विक्रम सिंह कुछ दूर देवरा मोड़ पर पहुंचे और उनकी बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गयी और इस दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी। पुलिस ने दोनों पक्षों से बयान लिये हैं और कउंटर मुकदमा दर्ज किया है। आगे जो भी तथ्य सामने आयेंगे, कार्यवाही की जायेगी।
विक्रम सिंह के परिवार के अनुसार विक्रम से उनके पिता की आखिरी बात रात 12:55 पर हुई थी, जिसमें विक्रम ने बताया था कि लेट हो जाएगा घर नहीं आ पाएंगे, गनियारी दिलीप के यहां रुक जाएंगे। विक्रम के परिवार वालों का आरोप है कि विक्रम की हत्या की गई है। अगर एक्सीडेंट होता तो सर के पीछे नुकीली चीज से चोट कैसे लगती और पीठ में काले काले बेल्ट के जैसे निशान भी दिख रहे। विक्रम सिंह के परिवार का कहना है कि जो चला गया वो नहीं आ सकता लेकिन हमें हर हाल में न्याय चाहिए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई चाहिए। क्योंकि फिर किसी के घर का चिराग न बुझे।
इस पूरे मामले में क्षत्रिय कुलावंत संगठन का कहना है कि अगर विक्रम सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में हुई तो शरीर के
कपड़े कहां गए। पुलिस के अनुसार विक्रम सिंह का मोबाइल नवानगर में मिला, तो नवानगर मोबाइल कैसे पहुंचा। राजन मिश्रा घायल अवस्था में नवानगर तक कैसे पहुंचा। देवेंद्र सोनी और सूरज वर्मा कौन है जिनका नाम विक्रम और राजन के परिवार वाले ले रहे है। कोतवाली से 500 मीटर दूरी पर मिली लाश का अभी तक क्यों नहीं हो पाया खुलासा। संगठन का कहना है कि उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सिंगरौली पुलिस मामले की निष्पक्ष, अभिलंब जांच करे अन्यथा संगठन कोतवाली थाना या एसपी ऑफिस का घेराव करने के लिए बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जवाबदेही जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन की होगी।