पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बेमेतरा में धूमधाम से मनाया गया “बाल आनंद मेला उत्सव”
ब्यूरो चीफ ताम्रध्वज साहू
छत्तीसगढ़: पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बेमेतरा में “बाल आनंद मेला उत्सव” धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में प्रत्येक कक्षा ने अपनी-अपनी अलग-अलग स्टॉल्स लगाई, जो छात्रों की रचनात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन था। यह कार्यक्रम पीएम श्री के जनसामुदायिक भागीदारी पहल के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्थानीय समुदाय के बीच जागरूकता और सहभागिता को बढ़ावा देना था।
मेले का मुख्य आकर्षण संतुलित आहार के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना था। इस मंच के माध्यम से छात्रों को स्वास्थ्य और कल्याण के महत्व के बारे में बताया गया, खासकर उचित पोषण के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर छात्रों के अभिभावकों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया और कार्यक्रम का आनंद लिया।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने इस आयोजन को सामुदायिक सहभागिता का महत्वपूर्ण उदाहरण बताते हुए कहा, “इस तरह की गतिविधियाँ छात्रों को जीवन कौशल सीखने का अवसर प्रदान करती हैं। वे न केवल बाजार की गतिशीलता को समझते हैं, बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जागरूक होते हैं।”
छात्रों ने इस गतिविधि से महत्वपूर्ण जीवन कौशल सीखे, जिनमें:
1. समय प्रबंधन– छात्रों ने अपनी योजना को सही समय पर क्रियान्वित करने और विभिन्न कार्यों के बीच संतुलन बनाने की कला सीखी।
2. संचार कौशल- विभिन्न स्टॉल्स पर संवाद और प्रचार-प्रसार करते हुए छात्रों ने संवाद स्थापित करने और प्रभावी तरीके से जानकारी देने की क्षमता को निखारा।
3. सामूहिक कार्य – छात्रों ने टीमवर्क और एकजुटता का महत्त्व समझा, साथ ही सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया।
4. आर्थिक समझ – डिजिटल लेन-देन के माध्यम से छात्रों ने आधुनिक व्यापार प्रणाली और डिजिटल भुगतान को समझा।
5. सृजनात्मकता– छात्रों ने नई और अनोखी आइडियाज के साथ स्टॉल्स तैयार करने और उन्हें प्रस्तुत करने में अपनी सृजनात्मक सोच को प्रकट किया।
6. **समस्या समाधान** – छात्रों ने कार्यक्रम के दौरान सामने आई विभिन्न चुनौतियों का समाधान सोचने और उसे लागू करने की क्षमता को विकसित किया।
विकसित भारत के सपने को साकार करते हुए, प्रत्येक स्टॉल पर डिजिटल लेन-देन के लिए QR कोड लगाए गए थे, जो डिजिटल इंडिया की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ते हुए दिखे।
बाल आनंद मेला उत्सव की सफलता ने न केवल छात्रों की रचनात्मकता और मेहनत को प्रदर्शित किया, बल्कि सामुदायिक सहभागिता के महत्व को भी सुदृढ़ किया। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।
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