
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं अभिषेक कुमार रंजन(भापुसे) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व पी.एस.परस्ते सीएसपी विन्ध्यनगर के मार्गदर्श पर थाना प्रभारी विन्ध्यनगर श्रीमती अर्चना द्विवेदी को मिली कायमयाबी।
मिली जानकारी में बताया गया कि दिनांक 17.08.2025 को फरियादी सुनील कुमार दुवे पिता रामस्वरूप दुवे उम्र 70 बर्ष निवासी 6 सिविल लाइन शेकर सदन थाना कोतवाली फतेहपुर उ0प्र0 सूचना दिया कि उनकी लड़की अभव्या दुवे की शादी मैने निखिल दुवे पिता स्व0 किशोर कुमार दुवे निवासी शास्त्री नगर रसूलपुर थाना करैली जिला प्रयागराज उ0प्र0 के साथ वर्ष 2016 मे की थी। दामाद पिछले 05 वर्ष से पत्नी अभव्या दुवे, पुत्री सान्वी दुवे एवं माँ दुर्गेश्वरी देवी के साथ NTPC विन्ध्यनगर मे एनएच1बी167 मे रहकर एल.एन.टी. कम्पनी मे काम करते थे। मेरे दामाद एवं उसकी माँ द्वारा मेरी पुत्री को विवाह के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर लगातार प्रताड़ित करते थे। दिनांक 16.08.25 को सुबह 04.30 बजे मेरी माँ के पास लड़की अभव्या दुबे की सास दुर्गेश्वरी देवी का फोन आया कि आपकी नातिन गिर कर मर गयी है। आप लोग को देखना है तो प्रयागराज आ जाओ तब यह अपने छोटा भाई एवं दो लड़कों के साथ शास्त्री नगर थाना करैली जिला प्रयागराज अपनी लड़की की ससुराल पहुचे तो देखे कि घर पर ताला लगा था। आस पास के लोगो बताये कि लगभग 4 माह से ये लोग यहा पर नहीं रह रहे हैं। उसके बाद यह अपने दामाद एवं दुर्गेश्वरी देवी के मोबाइल नम्बर पर फोन लगाया तो दोनों नम्बर लगातार बंद थे। इसके बाद सिंगरौली आकर एनटीपीसी विन्ध्यनगर के एनएच-1, बी-167 में जाकर देखा वहां भी ताला बंद मिला है। इन्हें आशंका है कि इनकी बेटी अभव्या दुवे को दामाद एवं उसकी माँ ने एनटीपीसी विन्ध्यनगर के एनएच-1, बी-167 मे कैद करके या मार करके ताला बंद करके फरार हो गये है।
उक्त सूचना पर अभव्या दुबे की गुमशुदगी दर्ज कर तत्काल माननीय न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त करके ntpc आवास NH-1, B-167 तलाश किया गया, पर गुमशुदा या परिवार के सदस्य एवं अन्य कोई संदिग्ध वस्तु, आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त नहीं हुई । इसके बाद गुमशुदा का पति निखिल दुबे L&T के GM HR के पास व्हाट्सऐप कॉलिंग करके सूचना दिया कि पत्नी की मृत्यु होने पर शंकर घाट में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह मे मशीन से जला कर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उक्त सूचना की तस्दीक हेतु एवं आरोपी की तलाश पत्तासाजी हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार तत्काल एक टीम गठित कर रवाना की गई है ।
जिसके फलस्वरूप कल दिनांक 18.08.2025 को संदेही निखिल व उसकी माँ दुर्गेश्वरी देवी शास्त्रीनगर थाना करैली जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश में मिले । पूछताछ पर गुनशुदा का पति निखिल दुबे इलेक्ट्रिक शव दाहघृह शंकर घाट की पावती प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर मर्ग इंटीमेशन लेख कर दोनों को साथ में थाना विन्ध्यनगर लाये। गुम इंसान जांच पर आये साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि दिनांक 15.08.2025 की रात 9 बजे गुमशुदा अभव्या दुबे से उसका पति निखिल दुबे पानी मांगा, पानी नहीं मिलने पर किचन में पत्नी अभव्या दुबे को हाथ झापड़ मुक्का से मारपीट करते हुए किचन के प्लेटफार्म में उसका सिर पटक कर निखिल दुबे ने उसकी मृत्यु कारित कर दी गई। निखिल दुबे की उसकी माँ दुर्गेश्वरी देवी भी इसको मारने से मना नहीं की, बल्कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए अंतिम समय पर सहयोग करती रही। अभाव्या दुबे की मृत्यु के बाद निखिल दुबे अपनी माँ एवं बच्ची को अपनी कार में आगे की सीट में बैठाया एवं मृत्तिका गुमशुदा अभव्या दुबे को कम्बल में लपेट कर कार के पीछे की सीट पर डाल दिया। सीसीटीवी से बचने के लिए उसने कार की कांच में भी पर्दा लगा रखा था। प्रयागराज जाकर शंकर घाट में इलेक्ट्रानिक शव दाहग्रह में अंतिम संस्कार कर राख फूल गंगा नदी में प्रवाहित कर दिया। मृतिका के परिजनों सूचित कर स्वयं अपना फोन बंद करके चुपचाप साक्ष्य को मिटाने के उद्देश्य से अकेले ही अंतिम संस्कार कर दिया एवं दोनों ने मिलकर सम्पूर्ण साक्ष्य को नष्ट कर दिया, जिस पर मृतिका के पति निखिल दुबे व सास दुर्गेश्वररी देवी के विरुद्ध अपराध धारा 103(1),2383(5) बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । दौरान विवेचना मृतिका के पति व सास से घटना के संबंध में पूछताछ की गई जिनके द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार किया गया, तब दोनों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया। आरोपिया दुर्गेश्वरी देवी को माननीय न्यायालय के आदेश से जिला जेल पचौर दाखिल किया गया एवं मृतिका के पति निखिल दुबे को प्रयागराज ले जाकर घटना से संबंधित अन्य समस्त साक्ष्य एकत्रित किए जाने हेतु पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।
उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक अर्चना द्विवेदी थाना प्रभारी विन्ध्यनगर, उनि. पवन सिंह, उनि. प्रियंका मिश्रा, उनि. अभिषेक पाण्डेय, सउनि अरविंद द्विवेदी, प्र.आर.पंकज सिंह, प्र.आर. संदीप सिंह नितिन गौतम मोनिंद्र राणा, आरक्षक भोले लोधी, महेश पटेल की सराहनीय भूमिका रही।